एक के बाद एक वैज्ञानिक सबूत हमारे सामने आते जा रहे हैं जो साफ कर रहे हैं कि बीती जुलाई मानव इतिहास, या उससे पहले के कालखंड की भी सबसे अधिक गरम जुलाई थी। इस बार क्लाइमेट सेंट्रल द्वारा जारी एक अभूतपूर्व रिपोर्ट में, यह पुष्टि की गई है कि जुलाई 2023 ने पृथ्वी के अब तक के सबसे गर्म महीने का खिताब…
Category: जलवायु विज्ञान
जलवायु विज्ञान से जुडी कहानियाँ
बीते सवा लाख सालों में इस साल की जुलाई रहेगी सबसे अधिक गर्म
जर्मनी की लाइपजिग यूनीवर्सिटी में हुए ताज़ा शोध की मानें तो इस साल, बीते लगभग सवा लाख साल बाद जुलाई का महीना सबसे गर्म रहेगा।अब तक साल 2019 की जुलाई सबसे गर्म जुलाई का महीना थी। मगर इस साल, जुलाई का औसत तापमान 2019 के मुक़ाबले 0.2°C बढ़ा गया है और वैज्ञानिकों की मानें तो…
जलवायु परिवर्तन डाल रहा है हीटवेव की आग में घी, रियल टाइम एट्रिब्यूशन से हुआ खुलासा
एक नए विश्लेषण से मानव-जनित जलवायु परिवर्तन और चरम मौसम की घटनाओं की तीव्रता के बीच एक परेशान करने वाले संबंध का पता चला है। क्लाइमेट सेंट्रल के इस विश्लेषण की मानें तो 14-16 जून, 2023 के बीच पूरे उत्तर प्रदेश में चलने वाली तीन दिन रही मारक हीटवेव की संभावना जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण कम…
अंतर्राष्ट्रीय डेल्टा शिखर सम्मेलन में डेल्टाई पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा करने की तात्कालिकता पर डाला गया प्रकाश
जब एक नदी किसी बड़े जल निकाय, जैसे समुद्र, में मिलती है, तो उस जगह पर नदी द्वारा लायी गयी मिट्टी से एक त्रिकोणीय आकार का भूभाग बनता। डेल्टा इसी भू-आकृति को कहते हैं। यह प्रकृति और मानव समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि डेल्टा जैव विविधता के हॉटस्पॉट होते हैं…
पहली बार पृथ्वी पर मानवता के लिए सुरक्षा और न्याय का हुआ मूल्यांकन
हम अपनी सभ्यता के भविष्य और पृथ्वी पर रहने वाली हर चीज के साथ भारी जोखिम उठा रहे हैं। यह कहना है जर्नल नेचर में प्रकाशित एक नए अध्ययन का। दुनियाभर के 40 से अधिक रिसर्चर्स को शामिल करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय विज्ञान आयोग द्वारा विकसित की गई इस स्टडी में, वैज्ञानिक पृथ्वी प्रणाली की…
एशिया में उमस भरी ताप लहर की सम्भावना में हुई 30 गुना की वृद्धि
इंसान की गतिविधियों की वजह से पैदा हुए जलवायु परिवर्तन ने बांग्लादेश, भारत, लाओस और थाईलैंड में रिकॉर्ड तोड़ उमस भरी ताप लहर (हीटवेव) की संभावनाओं को 30 गुना तक बढ़ा दिया है। वर्ल्ड वेदर एट्रीब्यूशन ग्रुप से जुड़े हुए प्रमुख जलवायु वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा किए गए रैपिड एट्रीब्यूशन एनालिसिस में यह बात…
अब महज़ कुछ सेकंड में समझिए जलवायु परिवर्तन
क्या आप किसी विषय को बीस से तीस सेकंड में समझने की कल्पना कर सकते हैं? अगर नहीं, तो आपको ऐसी कोई कल्पना करने की ज़रूरत नहीं। क्योंकि यह एक हक़ीक़त है। तो क्या है ये हक़ीक़त, इसे जानने के लिए यह लेख अंत तक पढ़िये जलवायु परिवर्तन आज हमारी चर्चाओं का हिस्सा बनता जा…
वायु प्रदूषण से निपटने में निभा सकता है निर्णायक भूमिका यह लिक्विड ट्री
निशान्त सक्सेना भारत में फिलहाल जहां एक ओर नगरीय विकास की ज़रूरत बाद रही है, वहीं पर्यावरणीय स्थिरता की आवश्यकता भी बड़ी होती जा रही है. जैसे-जैसे शहरों का विकास और विस्तार होता है, भूमि और संसाधनों की मांग में वृद्धि जारी रहती है, जिससे वायु प्रदूषण सहित कई पर्यावरणीय मुद्दे सामने आते हैं. सड़कों…
हीट स्ट्रेस के चलते बढ़ेंगी भारत में चरम मौसम घटनाएँ
इस साल प्री-मानसून मौसम की सरगर्मियां काफी पहले शुरू हो गई हैं। मार्च के पहले सप्ताह में ही बारिश और गरज चमक के साथ बौछारें दस्तक देने लगी हैं। इस शुरुआती दौर में 6-8 मार्च के बीच होने वाली गैर मौसम की बारिश और गरज चमक ने राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के काफी हिस्सों…
तो इन वजहों से रही सर्दियों में गर्मी
तापमान के मालमे में इस साल सर्दियों के मौसम की शुरुआत फ़ीकी रही। पिछले साल नवंबर और दिसंबर में भी कोई ख़ास सर्दियों की बारिश और बर्फबारी की घटना नहीं दर्ज की गयी। नतीजतन, अधिकतम तापमान सामान्य औसत से काफ़ी ऊपर रहा। साल 2008 में 21.46 डिग्री सेल्सियस के पिछले रिकॉर्ड की तुलना में दिसंबर…