सौर ऊर्जा के प्रासंगिकता और उपलब्धता को बल देते हुए हस्क पावर सिस्टम्स ने EDFI ElectriFI के साथ ग्रामीण भारत में फैले 80 नए समुदायों में सोलर माइक्रोग्रिड लगाने के लिए ऋण सुविधा उपलब्ध कराने के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
हस्क पावर सिस्टम्स ने घोषणा की है कि उसने यूरोपियन यूनियन से वित्त पोषित EDFI ElectriFI से ऋण वित्त में $ 6 मिलियन प्राप्त किए हैं जिसका प्रयोग हस्क पावर ग्रामीण भारत में 80 समुदायों में सौर हाइब्रिड माइक्रोग्रिड बनाने में करेगी। यह नए माइक्रोग्रिड मौजूदा 120 के अतिरिक्त हैं, जो हस्क के पास पहले से ही है और भारत में उसका संचालन करता है।
इन 80 नए माइक्रोग्रिड से अनुमानित 60,000 लोगों को लाभ होगा, और हस्क को अपने एमएसएमई ग्राहक आधार को दोगुना कर 20,000 तक पहुंचा देगा। नए मिनीग्रिड 11,000 टन से अधिक CO2 का उत्सर्जन बचाएंगे, जिससे बड़ी संख्या में डीजल जेनरेटर निष्क्रिय या किसी काम के नहीं रह जाएंगे।
EDFI ElectriFI द्वारा माइक्रोग्रिड उद्योग में दीर्घकालिक, कम लागत वाला ऋण वित्तपोषण सबसे बड़े निवेशों में से एक है, और यह माइक्रोग्रिड उद्योग के बढ़े हुए पैमाने का एक स्पष्ट संकेत है। हस्क ने इस साल की शुरुआत में भारत के लिए भी 4.2 मिलियन डॉलर का कर्ज जुटाया था।
समुदायों को बिजली प्रदान करने के अलावा, हस्क की यह रणनीति पूरे ग्रामीण ऊर्जा पारिस्थितिकी तंत्र में एक नयी ऊर्जा का संचयन करेगी जिसके चलते ग्रामीण ग्राहकों को व्यापार और घरेलू उपयोग दोनों के लिए किफायती, आधुनिक और कुशल उपकरण खरीदने का मौका मिलेगा।
ईडीएफआई इलेक्ट्रीएफआई द्वारा माइक्रोग्रिड उद्योग में दीर्घावधि $6 मिलियन का ऋण वित्तपोषण सबसे बड़े निवेशों में से एक है, और यह एक स्पष्ट संकेत है कि हस्क जैसे प्रमुख डेवलपर्स में निवेश करने से बाजार को गति से बढ़ाने के लिए डी-रिस्किंग वित्तपोषण सुविधाओं की अनुमति मिलती है। यह निवेश भारत अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (इरेडा) की ओर से माइक्रोग्रिड उद्योग में हस्क के अब तक के सबसे बड़े स्थानीय मुद्रा ऋण वित्तपोषण का पूरक है, जिसकी घोषणा इस वर्ष की शुरुआत में की गई थी।
EDFI ElectriFI ऋण से पहले, Husk Power के पास पहले से ही भारत में लगभग 150 नेट ज़ीरो माइक्रोग्रिड परिचालन में थे। हस्क नाइजीरिया में भी मौजूद है और कंपनी की अफ्रीका में और विस्तार करने की योजना भी है।
अपनी प्रतिक्रिया देते हुए, हस्क पावर के सह-संस्थापक और सीईओ मनोज सिन्हा कहते हैं, “ईडीएफआई इलेक्ट्रीएफआई ऋण 2022 के अंत से पहले हस्क के लिए मुनाफे का सूचक बनेगा और लंबी अवधि। साथ ही कम लागत वाले ऋण की बड़ी मात्रा को अवशोषित करने की हमारी बढ़ी हुई क्षमता को भी यह प्रदर्शित करता है।“
कोरेंटिन बिलियट, इलेक्ट्रीएफआई के वरिष्ठ निवेश अधिकारी, ईडीएफआई प्रबंधन कंपनी कहते हैं, “मिनीग्रिड ईडीएफआई इलेक्ट्रीएफआई की रणनीति के केंद्र में हैं। हम पिछले वर्षों में हस्क की प्रगति का ध्यानपूर्वक अनुसरण कर रहे हैं और इस अग्रणी डेवलपर को अपने पोर्टफोलियो में जोड़कर बहुत प्रसन्न हैं। नई सुविधा कंपनी को विकास के अगले चरण तक पहुंचने, लाभप्रदता हासिल करने और ग्रामीण भारत में दीर्घकालिक प्रभाव पैदा करने में सक्षम बनाएगी।