एक नयी रिपोर्ट के अनुसार सरकार की, प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) योजना के तहत डीसेंट्रालाइज्डया विकेंद्रीकृत सौर संयंत्रों के प्रयोग से न सिर्फ किसानों की आय में वृद्धि हो सकती है, बल्कि भारत को 2030 तक गैर-जीवाश्म बिजली क्षमता का 50% तक पहुंचने में मदद मिलने के साथ बिजली वितरण…
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पहली बार पृथ्वी पर मानवता के लिए सुरक्षा और न्याय का हुआ मूल्यांकन
हम अपनी सभ्यता के भविष्य और पृथ्वी पर रहने वाली हर चीज के साथ भारी जोखिम उठा रहे हैं। यह कहना है जर्नल नेचर में प्रकाशित एक नए अध्ययन का। दुनियाभर के 40 से अधिक रिसर्चर्स को शामिल करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय विज्ञान आयोग द्वारा विकसित की गई इस स्टडी में, वैज्ञानिक पृथ्वी प्रणाली की…

एशिया में उमस भरी ताप लहर की सम्भावना में हुई 30 गुना की वृद्धि
इंसान की गतिविधियों की वजह से पैदा हुए जलवायु परिवर्तन ने बांग्लादेश, भारत, लाओस और थाईलैंड में रिकॉर्ड तोड़ उमस भरी ताप लहर (हीटवेव) की संभावनाओं को 30 गुना तक बढ़ा दिया है। वर्ल्ड वेदर एट्रीब्यूशन ग्रुप से जुड़े हुए प्रमुख जलवायु वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा किए गए रैपिड एट्रीब्यूशन एनालिसिस में यह बात…

जी20 देशों में रिन्यूबल एनेर्जी बना रही है पैठ
पैरिस समझौते के बाद से पवन और सौर ऊर्जा के कारण जी20 देशों में कोयले से बनने वाली बिजली की हिस्सेदारी में गिरावट आयी है। चौथे वार्षिक ग्लोबल इलेक्ट्रिसिटी रीव्यू के डेटा के ताजा विश्लेषण में यह दावा किया गया है। ऊर्जा थिंक टैंक एम्बर ने इस विश्लेषण को प्रकाशित किया है। हालांकि यह बदलाव…

जलवायु परिवर्तन दे रहा है चक्रवात मोका को विनाश का मौका
इस साल, और इस सीज़न का सबसे गंभीर चक्रवात हमारी ज़मीन पर दस्तक दे रहा है। अत्यंत प्रचण्ड चक्रवाती तूफान ‘मोका’ (Cyclone Mocha) पिछले 8 घंटों के दौरान लगभग 8 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार के साथ उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है. पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित यह तूफान 13…

ग्लोबल वॉर्मिंग को लेकर भारत में 82 प्रतिशत लोग सतर्क और चिंतित
इनमे से अधिकांश लोग जलवायु और ऊर्जा नीतियों के पक्ष में सतर्क, चिंतित ,और फिक्रमंद हैं येल प्रोग्राम ऑन क्लाइमेट चेंज कम्युनिकेशन और सीवोटर इंटरनेशनल की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत में एक बड़ी संख्या में जनता ग्लोबल वार्मिंग के बारे में चिंतित है।‘ग्लोबल वार्मिंग्स फ़ोर इंडियाज़, 2022’ के शीर्षक की यह रिपोर्ट चार…

अब महज़ कुछ सेकंड में समझिए जलवायु परिवर्तन
क्या आप किसी विषय को बीस से तीस सेकंड में समझने की कल्पना कर सकते हैं? अगर नहीं, तो आपको ऐसी कोई कल्पना करने की ज़रूरत नहीं। क्योंकि यह एक हक़ीक़त है। तो क्या है ये हक़ीक़त, इसे जानने के लिए यह लेख अंत तक पढ़िये जलवायु परिवर्तन आज हमारी चर्चाओं का हिस्सा बनता जा…

मध्यप्रदेश के इस ज़िले के किसानों ने कर ली है जलवायु परिवर्तन से निपटने की तैयारी
प्रेम विजय गुप्ता धार, मध्य प्रदेश: हर साल, मध्यप्रदेश के धार ज़िले में किसान समुदाय अक्षय तृतीया से ही खेती संबंधी तैयारी में जुट जाते हैं। यह किसान अक्षय तृतीया पर जमीनों के सौदे और खेतों को किराए पर देने से लेकर अन्य व्यवस्थाओं को भी इसी समय तय कर लेते हैं। मगर यह साल…

नहीं थमी रही जलवायु परिवर्तन कि गति: WMO
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, पहाड़ की चोटियों से लेकर समुद्र की गहराई तक, जलवायु परिवर्तन ने 2022 में अपनी प्रगति बरक़रार रखी।सूखा, बाढ़ और गर्मी की लहरों ने हर महाद्वीप पर समुदायों को प्रभावित किया और इनसे निपटने में कई अरब डॉलर खर्च किए गए। अंटार्कटिक समुद्री बर्फ रिकॉर्ड…

स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए अपना कार्बन एमिशन कम करना ज़रूरी
वैश्विक स्तर पर शुद्ध ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के मामले में स्वास्थ्य क्षेत्र पांचवें स्थान पर है। ऐसे में देश की स्वास्थ्य क्षेत्र की तैयारियों को जलवायु परिवर्तन के दृष्टिगत संबोधित करने के महत्व पर चर्चा करने के लिए, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के साथ साझेदारी में एशियाई विकास बैंक ने आज गोवा में G20 के लिए स्वास्थ्य कार्य समूह में एक…