भारत और पाकिस्तान में पिछले लंबे समय से चल रही ताप लहर (हीटवेव) की वजह से इंसानी आबादी को बड़े पैमाने पर मुश्किलों का सामना करना पड़ा है और इसने वैश्विक स्तर पर गेहूं की आपूर्ति पर भी असर डाला है। दुनिया के प्रमुख जलवायु वैज्ञानिकों के एक अंतरराष्ट्रीय दल द्वारा किए गए रैपिड एट्रीब्यूशन…
Author: Climate कहानी
टल सकता था अप्रैल का कोयला संकट अगर रिन्यूएबल एनेर्जी लक्ष्य होते हासिल
अप्रैल 2022 में, कोयले की उपलब्धता में कमी के कारण भारत में बिजली संकट पैदा हो गया था। बिजली उत्पादन में भारी कमी देखी गई और महीने के 8 दिनों में 100 मिलियन यूनिट (एमयू) (MU) से अधिक ऊर्जा की कमी हुई। इसने कई राज्यों में डिस्कॉम को बिजली सप्लाई राशन करने के लिए लोड-शेडिंग…
दुनिया की हर छठी मौत के लिए प्रदूषण था ज़िम्मेदार: द लांसेट
वर्ष 2019 में 90 लाख लोगों की मौत का कारण बना वायु प्रदूषण, बीते चार सालों में स्थिति में मामूली सुधार वर्ष 2019 में प्रदूषण करीब 90 लाख लोगों की मौत के लिये जिम्मेदार था। यह दुनिया भर में होने वाली हर छठी मौत के बराबर है। वास्तव में इस संख्या में वर्ष 2015 में…
कोयले की किल्लत नहीं, खराब प्रबन्धन से पैदा हुआ बिजली संकट: विशेषज्ञ
भारत इस वक्त ग्लोबल वार्मिंग की जबर्दस्त मार सहने को मजबूर है। भीषण गर्मी के कारण तापमान बढ़ने से बिजली की खपत में वृद्धि के फलस्वरूप देश के विभिन्न राज्यों में बिजली संकट भी उत्पन्न हो गया है। इसे कोयले की कमी से जोड़कर देखा जा रहा है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि बिजली…
इस साल 175GW के लक्ष्य को हासिल करने में राज्यों का सहयोग होगा निर्णायक
भारत के पास दिसंबर 2022 तक 175 GW क्षमता के स्वच्छ ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने का लक्ष्य है। फिलहाल अप्रेल का महीना ख़त्म हो रहा है और मार्च 2022 तक कुल 110 GW रिन्युब्ल एनेर्जी क्षमता स्थापित हुई है, जो कि 175 GW लक्ष्य का 63% है।ग्लोबल थिंक टैंक एम्बर की एक नई रिपोर्ट से…
हीट वेव का भीषण वार, जलवायु परिवर्तन फिर जिम्मेदार
उत्तरी भारत के तमाम हिस्सों में फ़िलहाल लगभग हर कोई इस वक़्त एक जानलेवा हीटवेव का अनुभव कर रहा है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि भारत समेत पाकिस्तान में भी जानलेवा हीटवेव तैयार हो रही है। ये वो इलाका है जहां दुनिया के हर पांच में से एक व्यक्ति गुजर—बसर करता है। पाकिस्तान के जैकबाबाद…
क्या कर पाएंगे हम 100GW सोलर क्षमता का लक्ष्य हासिल?
इस साल के अंत तक भारत ने अपने लिए 100 गीगावाट की सौर क्षमता एसटीहपीत करने का लक्ष्य रखा था। लेकिन जेएमके रिसर्च और इंस्टीट्यूट फॉर एनेर्जी इक्नोमिक्स एंड फ़ाइनेंष्यल एनालिसिस (IEEFA) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, भारत अपने इस लक्ष्य से काफ़ी पीछे रह जाएगा। दरअसल, लक्ष्य हासिल न कर पाने की मुख्य वजह है रूफटॉप सोलर को आमजन से मिल रही फ़ीकी प्रतिक्रिया। दिसंबर 2021 तक, भारत की संचयी स्थापित सौर क्षमता 55GW थी, जिसमें ग्रिड-कनेक्टेड यूटिलिटी-स्केलप्रोजेक्ट्सका योगदान 77% था और शेष योगदान ग्रिड से जुड़े रूफटॉप सोलर (20%) और मिनी या माइक्रो ऑफ-ग्रिड प्रोजेक्ट्स (3%) से आ रहा था। . साल 2022 के केवल आठ…
जलवायु संकट : कोई सार्वभौमिक समाधान नहीं, मगर उम्मीद अभी बाक़ी
आईपीसीसी की ताजा रिपोर्ट इस बात की गवाही देती है कि दुनिया प्रदूषण उत्सर्जन न्यूनीकरण के लक्ष्यों को हासिल कर पाने की राह पर नहीं है। इस मार्ग पर आगे बढ़ने के लिये जरूरी है कि प्रयासों को दोगुना किया जाए और नुकसान को जहां तक हो सके, कम किया जाए। नवरोज़ के दुबाष संयुक्त…
सरिस्का के जंगलों कि आग: क्या क्लाइमेट चेंज है इसके लिए ज़िम्मेदार?
बीते कुछ दिनों से राजस्थान के सरिस्का के जंगलों में लगी आग के विज़ुअल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन वायरल होते वीडियोज़ के साथ ही एक सवाल भी वायरल हो रहा है कि आखिर क्यों लग रही है जंगलों में आग। क्या उत्तर पश्चिमी भारत में चल रही हीटवेव है इसकी वजह…