कोविड महामारी की शुरुआत हुए एक वर्ष से अधिक हो चुका है और आज अगर तमाम देशों की ग्रीन रिकवरी की प्रतिबद्धताओं के सापेक्ष उनके द्वारा किये गये खर्च का आंकलन करें तो हम पाते हैं कि वो खर्च किये वादों से काफ़ी कम है।संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और ऑक्सफोर्ड युनिवेर्सिटी की आर्थिक सुधार…
Author: निशान्त

चीन की ताज़ा पंचवर्षीय योजना में जलवायु के लिए अनिश्चिता के संकेत
इस साल, चीन में 14-वीं पंचवर्षीय योजना की शुरुआत होगी। लेकिन जलवायु परिवर्तन की चुनौती से लड़ने की नज़र से अगर इस योजना के बारे में मिल रही जानकारी को देखा जाए तो कहना गलत नहीं होगा कि ख़ास उम्मीद नहीं लगायी जा सकती इस योजना से। साल 1953 से, चीन सरकार अपने देश में…

के-पॉप का हाथ, अब जलवायु परिवर्तन मुद्दे के साथ!
दुनिया भर के युवाओं में कोरियन पॉप, या के-पॉप, संगीत ने धूम मचाई हुई है। लेकिन इस संगीत के प्रशंसक सिर्फ संगीत के उन्माद में ही चूर नहीं रहते, बल्कि अपनी सामाजिक भूमिका को भी बड़ी संजीदगी से लेते हैं। जहाँ एक ओर के-पॉप ने हाल के वर्षों में सांस्कृतिक फलक पर खासा दबदबा बना…

चमोली आपदा का ये वैज्ञानिक आंकलन बढ़ाता है हमारी पर्वतीय आपदाओं की समझ
एक उल्लेखनीय साझे प्रयास में, पर्वतों पर ग्लेशियर और पेराफ्रॉस्ट से जुड़े खतरों को समझने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय वैज्ञानिकों के समूह ने उत्तराखंड में बीती 7 फरवरी को आयी आपदा के कारणों का आंकलन किया है। उनके इस आंकलन में तमाम महत्वपूर्ण बातें सामने आयीं हैं जो कि हमारी पर्वतीय आपदाओं के बारे…

सड़क पर लगी ये अनोखी दीवार, करेगी वायु प्रदूषण पर वार
निशान्त इम्पीरियल कॉलेज लन्दन के शोध कर्ताओं ने सड़क पर वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने, और सड़क किनारे रहने, चलने वालों के लिए वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए बनायी ये अनूठी अवरोधक घुमावदार बैरियर दीवार सड़क पर बैरियर या अवरोधक का ज़िक्र होते ही ख्याल आता है उन स्पीड ब्रेकर्स का जो…

इस टाउन हॉल में मिले एयर पोल्यूशन के सल्यूशन
टाउन हॉल कार्यक्रम के माध्यम से आयोजित क्लाइमेट रेसिलियंट महाराष्ट्र (जलवायु के लिहाज से सतत महाराष्ट्र) का उद्देश्य आम नागरिकों, सरकारी इकाइयों, गैर सरकारी संगठनों और शोधकर्ताओं समेत विभिन्न हितधारकों के बीच एक आंदोलन खड़ा करने का है। इन सभी हितधारकों ने मंगलवार 2 मार्च 2021 को आयोजित इस वर्चुअल कार्यक्रम में पर्यावरण पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालने वाले पहलुओं पर समावेशी और…

सावधान! भारत में सूखा पड़ने की घटनाओं में होने वाली है वृद्धि
गर्मियों की आमद एक परेशान करने वाली ख़बर से हो रही है। और ये खबर एक बार फिर जलवायु परिवर्तन के हवाले से आ रही है।

प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में वृक्षारोपण हुआ फेल
लेकिन लीगल इनिशिएटिव फॉर फॉरेस्ट एंड एनवायरनमेंट (LIFE) की ताज़ा विश्लेषण रिपोर्ट के मुताबिक़ साल 2019 में एनसीएपी (NCAP) के तहत आगरा और वाराणसी में हुए वृक्षारोपण के विश्लेषण में पाया कि उत्तर प्रदेश के इन दोनों शहरों में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत किए गए पौधा रोपण, सही तरीके से न किये जाने के कारण अप्रभावी हैं।

चीन ने फिर किया हैरान, ऑफशोर विंड एनर्जी के मामले में 2020 को किया अपने नाम
चीन दुनिया को हैरान करने से नहीं पीछे हटता। जब हम और आप कोविड से डरे सहमे लॉक डाउन में अपने और अपने प्रियजनों की कुशलता और स्वास्थ्य के लिए आशंकित थे, चीन के ऊर्जा क्षेत्र में क्रांति रची जा रही थी।दरअसल चीन ने अकेले साल 2020 में दुनिया की कुल अपतटीय पवन ऊर्जा, या…

क्या कोविड बन गया कोयले का काल?
महामारी की वजह से जहाँ महीने की बिजली मांग में 20 फ़ीसद की कमी आयी, वहीँ बिजली क्षेत्र से कार्बन उत्सर्जन में 50 फ़ीसद तक की कमी दर्ज की गयी। निशान्त इस बात में दो राय नहीं कि कोरोना वायरस महामारी ने वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में गिरावट दर्ज की है। इस बात का इशारा पिछले…