हिमालय और काराकोरम पर्वत श्रंखलाओं में जलवायु परिवर्तन के फुटप्रिंट बिल्कुल खुलकर ज़ाहिर हो गये हैं। इस क्षेत्र को तीसरा पोल भी कहा जाता है और यहां ग्लेशियर पिघल रहे हैं, नुकसानदेह परिघटनाएं हो रही हैं, बर्फबारी की तर्ज में बदलाव हो रहे हैं। ये उन देशों के लिये बुरी खबर है जो पानी की…
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जलवायु विज्ञान से जुडी कहानियाँ
डम्बल इफेक्ट बढ़ाएगा मानसून में मुंबई की परेशानी, जलवायु परिवर्तन का असर भी साफ़
अभी हाल ही में हमने मुंबई में अत्यंत भयंकर चक्रवात तौकते को अपना कहर बरपाते हुए देखा था, और अब, मुंबई में मानसून ने अपने आगमन के पहले ही दिन शहर को अस्त व्यस्त कर के रख दिया है। सांताक्रूज ऑब्जर्वेटरी ने बुधवार सुबह 8:30 बजे से 24 घंटे के अंतराल में 231 मिमी बारिश दर्ज की। हालांकि, मुंबई के लिए यह कुछ…
तूफानों ने की मानसून की रफ्तार कम, जलवायु परिवर्तन का असर साफ़
जलवायु परिवर्तन का मौसम की बदलती तर्ज से गहरा नाता है और यह ताकतवर चक्रवाती तूफानों तथा बारिश के परिवर्तित होते कालचक्र से साफ जाहिर भी होता है। हमने हाल ही में एक के बाद एक दो शक्तिशाली तूफानों ताउते और यास को भारत के तटीय इलाकों में तबाही मचाते देखा है। इनमें से एक…
G7 देशों की जलवायु वित्त प्रतिज्ञाओं के मामले में वादाखिलाफ़ी बादस्तूरजारी
आज जारी एक ताज़ा विश्लेष्ण से पता चला है कि अमीर देशों की मौजूदा क्लाइमेट फाइनेंस योजनाएं अभी भी न सिर्फ 100 बिलियन डॉलर के लक्ष्य से कम हैं, बल्कि इनमें भविष्य के फंड के लिए वितरण और समयरेखा के बारे में विवरण और स्पष्टता की गंभीर कमी है। CARE संस्था ने पेरिस समझौते के तहत विकसित देशों…
18 देशों के स्वास्थ्य संस्थान हुए संयुक्त राष्ट्र की नेट ज़ीरो दौड़ में शामिल
अगले दस सालों में कार्बन एमिशन को आधा करने और 2050 तक नेट ज़ीरो एमिशन का स्तर प्राप्त करने के लिए 18 देशों में 3,000 से अधिक सुविधाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले स्वास्थ्य देखभाल संस्थान प्रतिबद्ध हो गये हैं। रेस टू ज़ीरो अभियान में शामिल होने वाले इन अस्पतालों और स्वास्थ्य प्रणालियों के पहले समूह की घोषणा हेल्थ केयर विदाउट हार्म, रेस टू ज़ीरो हेल्थ…
अगले पांच सालों में पृथ्वी अनुभव कर सकती है अपना सबसे गर्म साल
इस बात की 90 फ़ीसद उम्मीद है कि साल 2021-2025 के बीच कम से कम एक साल ऐसा होगा जो अब तक सबसे गर्म साल होने का रिकॉर्ड बनाएगा और पिछले रिकार्ड होल्डर, 2016 और 2020, को पीछे छोड़ देगा।इस बात का ख़ुलासा हुआ है वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल आर्गेनाइजेशन (डब्लूएम्ओ) और UK MET यूके (यूनाइटेड किंगडम)…
सिर्फ़ पौधे लगाने से ग्लोबल वार्मिंग नहीं रुकेगी: नेचर
‘नेचर-बेस्ड सॉल्यूशंस’ (NBS) सदी के अंत तक ही जलवायु परिवर्तन के खिलाफ हमारी लड़ाई में योगदान कर सकते हैं। नेट ज़ीरो होने की चर्चाओं में अमूमन कार्बन को कम करने के लिए ‘नेचर-बेस्ड सॉल्यूशंस’ (NBS) या प्राकृति पर निर्भर तरीकों का ज़िक्र होता है। जैसे जंगलों की रक्षा और उनको बढ़ाना क्योंकि वो कार्बन सोखते हैं…
क्या दमा के मरीज़ों का बदला इम्म्युन एक्टिवेशन बनाता है कोविड को उनके लिए कम घातक?
कोविड का नाम सुनते ही साँसों का उखड़ना, खांसी, और फेफड़ों की जकड़न का ख्याल आता है। दमा के मरीज़ों के लिए तो ये बीमारी जानलेवा सी लगती है। लेकिन पीजीआई चंडीगढ़ और पंजाब युनिवेर्सिटी में हुए एक शोध से हैरान करने वाले नतीजे सामने आये हैं। सस्टेनेबल सिटीज़ एंड सोसाइटी नाम के जर्नल में…
प्रदूषण मुक्त स्वास्थ्य व्यवस्था के लिये जारी हुआ वैश्विक रोड मैप
स्वास्थ्य क्षेत्र को पैरिस समझौते के तहत वैश्विक तापमान में वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के अनुरूप बनाने के लिये अपनी तरह के पहले मार्गदर्शक निर्देश प्रदूषण से पूरी तरह मुक्त स्वास्थ्य व्यवस्था के लिये, हेल्थ केयर विदआउट हार्म और अरूप नामक संस्थाओं ने एक रोड मैप जारी किया…
प्राकृतिक अजूबों को भी नष्ट कर सकता है जलवायु परिवर्तन
यदि ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में वृद्धि जारी रहती है तो दुनिया के सबसे आश्चर्यजनक प्राकृतिक स्थानों के अद्वितीय जानवर और पौधे विलुप्त हो सकते हैं। यह चेतावनी सामने आई है जर्नल बायोलॉजिकल संरक्षण में प्रकाशित एक नए वैज्ञानिक अध्ययन में। हालाँकि पेरिस समझौते के जलवायु लक्ष्यों के भीतर शेष है – जिसका उद्देश्य वैश्विक तापमान को 2°C से नीचे रखना है, आदर्श रूप…