वैश्विक मामलों के थिंकटैंक ओडीआई की एक ताजा रिसर्च में यह बात सामने आई है कि निम्न और मध्यम आमदनी वाले देशों में जीवाश्म ईंधन के खनन से संबंधित कर्ज के कुचक्र से वैश्विक स्तर पर एनेर्जी ट्रांज़िशन को खतरा उत्पन्न हो रहा है। कर्ज का बोझ पड़ने पर यह देश तेल तथा गैस के…
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गरीबी, जलवायु संकट से निपटने पर आम सहमति के लिए वैश्विक नेता होंगे पेरिस में एकत्रित
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन नकी मानें तो जून 22 और 23 को होने वाली समिट फॉर आ न्यू ग्लोबल फ़ाइनेंष्यल पेक्ट का उद्देश्य गरीबी, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण जैसी परस्पर वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए एक “नई आम सहमति” स्थापित करना है। इस शिखर सम्मेलन में शिपिंग, जीवाश्म ईंधन और वित्तीय लेनदेन के कराधान सहित विभिन्न…
अंतर्राष्ट्रीय डेल्टा शिखर सम्मेलन में डेल्टाई पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा करने की तात्कालिकता पर डाला गया प्रकाश
जब एक नदी किसी बड़े जल निकाय, जैसे समुद्र, में मिलती है, तो उस जगह पर नदी द्वारा लायी गयी मिट्टी से एक त्रिकोणीय आकार का भूभाग बनता। डेल्टा इसी भू-आकृति को कहते हैं। यह प्रकृति और मानव समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि डेल्टा जैव विविधता के हॉटस्पॉट होते हैं…
नए निवेश की जगह एनटीपीसी पुरानी, फंसी हुई कोयला बिजली परियोजनाओं का करे अधिग्रहण और पुनरुद्धार
पुराने हो चुके और फंसे हुए थर्मल पावर प्लांट्स के रणनीतिक अधिग्रहण और फिर रिवाइवल या पुनरुद्धार से राज्य के स्वामित्व वाली भारत की सबसे बड़ी बिजली उत्पादक, NTPC, बैंकों को अपनी बैलेंस शीट सुधारने में मदद कर सकती है।यह निष्कर्ष है इंस्टिट्यूट फॉर एनर्जी इकनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (आईईईएफए) की ताज़ा रिपोर्ट का, जिसमें 6.1GW की…
हर साल 1.5 TW नई विंड और सोलर क्षमता जुड़ने से 2030 तक लग सकती है ग्लोबल वार्मिंग पर लगाम
एक नए विश्लेषण से यह पता लगता है कि कार्बन डाइऑक्साइड रिमूवल (सीडीआर) तकनीक के कम से कम इस्तेमाल और सस्टेनेबिल तरीक़े को अपनाकर अगर हम ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करना चाहते हैं तो 2030 तक पांच गुना तेज़ दर से हमें 1.5 टेरा वाट (TW) नई विंड और सोलर ऊर्जा क्षमता को स्थापित करने की ज़रुरत है। वैश्विक पवन और सौर क्षमता को इस दशक के अंत तक लगभग 10 TW तक बढ़ाने की ज़रुरत है। साल 2022…
बिना कानूनी बाध्यता के मौजूदा नेट ज़ीरो संकल्पों से दुनिया नहीं हासिल कर पाएगी जलवायु लक्ष्य
प्रतिष्ठित जर्नल साइंस में प्रकाशित, इंपीरियल कॉलेज लंदन के नेतृत्व में हुए एक नए अध्ययन से पता चलता है कि जब तक कानूनी रूप से और अधिक बाध्यकारी और सुनियोजित नेट ज़ीरो नीतियाँ नहीं होंगी, दुनिया के तमाम देश अपने प्रमुख जलवायु लक्ष्यों को हासिल नहीं कर पाएंगे। शोधकर्ताओं ने पाया कि वैश्विक स्तर पर…
ग्लोबल वार्मिंग बना रही है चक्रवात ‘बिपरजॉय’ को घातक
इस साल के, अरब सागर में आए, पहले चक्रवात ‘बिपरजॉय’ ने फिलहाल काफी गंभीर सूरत धारण कर ली है। लेकिन इसी बीच राहत की बात ये है कि मानसून कुछ दिनों की देरी से कल केरल पहुंच गया। मगर हां, चक्रवात की वजह से मॉनसून की गति पर प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही, इसके…
डीसेंट्रालाइज्ड सोलर बढ़ा सकता है किसानों की आय, कर सकता है भारत की जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने में मदद
एक नयी रिपोर्ट के अनुसार सरकार की, प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम-कुसुम) योजना के तहत डीसेंट्रालाइज्डया विकेंद्रीकृत सौर संयंत्रों के प्रयोग से न सिर्फ किसानों की आय में वृद्धि हो सकती है, बल्कि भारत को 2030 तक गैर-जीवाश्म बिजली क्षमता का 50% तक पहुंचने में मदद मिलने के साथ बिजली वितरण…
पहली बार पृथ्वी पर मानवता के लिए सुरक्षा और न्याय का हुआ मूल्यांकन
हम अपनी सभ्यता के भविष्य और पृथ्वी पर रहने वाली हर चीज के साथ भारी जोखिम उठा रहे हैं। यह कहना है जर्नल नेचर में प्रकाशित एक नए अध्ययन का। दुनियाभर के 40 से अधिक रिसर्चर्स को शामिल करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय विज्ञान आयोग द्वारा विकसित की गई इस स्टडी में, वैज्ञानिक पृथ्वी प्रणाली की…
एशिया में उमस भरी ताप लहर की सम्भावना में हुई 30 गुना की वृद्धि
इंसान की गतिविधियों की वजह से पैदा हुए जलवायु परिवर्तन ने बांग्लादेश, भारत, लाओस और थाईलैंड में रिकॉर्ड तोड़ उमस भरी ताप लहर (हीटवेव) की संभावनाओं को 30 गुना तक बढ़ा दिया है। वर्ल्ड वेदर एट्रीब्यूशन ग्रुप से जुड़े हुए प्रमुख जलवायु वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम द्वारा किए गए रैपिड एट्रीब्यूशन एनालिसिस में यह बात…