दुनिया के सबसे बड़े कार्बन एमिटर चीन में आखिरकार हवा का रुख बदल रहा है। मार्च 2024 से लगातार 18 महीनों से चीन का कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) एमिशन या तो स्थिर है या मामूली गिरावट पर। अब 2025 की तीसरी तिमाही के आंकड़े बताते हैं कि यह रुझान कायम है। एमिशन में कोई बढ़ोतरी नहीं…
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क्लाइमेट चेंज की मार, हेल्थ पर वार, रिपोर्ट ने दिखाया फंडिंग का भार
गर्मी बढ़ रही है, बिमारियाँ भी। मगर इलाज के लिए पैसा नहीं। adelphi की नई रिपोर्ट बताती है कि जिस वक्त जलवायु संकट हमारी सांसें, हमारी धड़कनें और हमारे शरीरों पर असर डाल रहा है, उसी वक्त दुनिया की हेल्थ फंडिंग अब भी ‘क्लाइमेट ब्लाइंड’ बनी हुई है। रिपोर्ट का कहना है कि 2050 तक…
धरती की बर्फ़ पिघल रही है, लेकिन उम्मीद अब भी जमी है: नई रिपोर्ट ने दी चेतावनी और राह दोनों
दुनिया की बर्फ़ तेज़ी से पिघल रही है। हिमनदों और ध्रुवीय बर्फ़ की चादरों से उठता यह ख़तरा अब किसी दूर के संकट की कहानी नहीं, बल्कि आज की हकीकत है। State of the Cryosphere 2025 रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने चेताया है कि अगर उत्सर्जन मौजूदा रफ्तार से बढ़ते रहे, तो यह बर्फ़ पिघलना अरबों…
अब भी बचाया जा सकता है 1.5°C का लक्ष्य, नई रिपोर्ट ने दिखाई उम्मीद की राह
दुनिया अभी भी 1.5°C के भीतर तापमान को सीमित करने की दौड़ में है, अगर अब से सबसे ऊँची स्तर की जलवायु प्रतिबद्धता के साथ कदम बढ़ाए जाएँ।क्लाइमेट एनालिटिक्स की नई रिपोर्ट “Rescuing 1.5°C” ने दिखाया है कि भले ही पिछले कुछ सालों में कार्रवाई धीमी रही हो, फिर भी दुनिया अपने तापमान को सदी…
सुधरती दिशा, धीमी रफ्तार: नई रिपोर्ट में दिखा कि दुनिया अब जलवायु संकट से जूझते हुए भी आगे बढ़ रही है
दस साल पहले जब Paris Agreement हुआ था, दुनिया ने तय किया था कि तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस के भीतर रखना है। अब, 2025 में आई UNFCCC की नई Synthesis Report बताती है कि यह सफर मुश्किल ज़रूर है, लेकिन ठहर नहीं गया है।पहली बार, दुनिया का उत्सर्जन वक्र नीचे झुकना शुरू हुआ है…
जलवायु की दौड़ में फंडिंग पीछे रह गई: UN रिपोर्ट ने बताया कितना बड़ा है एडेप्टेशन का फासला
दुनिया के तापमान तेज़ी से बढ़ रहे हैं, तूफान और सूखा अब मौसम नहीं, ज़िंदगियों का सवाल बन चुके हैं, मगर इस जंग में सबसे अहम हथियार, यानी क्लाइमेट एडेप्टेशन फाइनेंस, अब भी पीछे छूट रहा है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) की नई रिपोर्ट Adaptation Gap Report 2025: “Running on Empty” ने चेताया है…
समंदर से उठी उम्मीद की हवा: 2030 तक तीन गुना बढ़ेगी दुनिया की ऑफशोर विंड क्षमता
जलवायु संकट के इस दौर में, जब ज़मीन पर कई एनर्जी प्रोजेक्ट्स सुस्त पड़ रहे हैं, एक उम्मीद की हवा समंदर से उठ रही है।Ember की नई रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में ऑफशोर विंड पावर 2030 तक तीन गुना बढ़ने की राह पर है, भले ही अमेरिका में हाल की अनिश्चितताओं ने इस सेक्टर…
गर्मी अब सिर्फ़ मौसम नहीं, बीमारी बन गई है: लैंसेट रिपोर्ट की चेतावनी
जलवायु संकट अब भविष्य का खतरा नहीं रहा, वो आज की हकीकत बन चुका है, जिसका असर हमारे शरीर, सांस, और जेब, तीनों पर एक साथ पड़ रहा है। Lancet Countdown on Health and Climate Change की 2025 रिपोर्ट बताती है कि हर साल बढ़ती गर्मी, प्रदूषण और जलवायु अस्थिरता अब सीधे तौर पर लोगों…
2032 के बाद नए थर्मल पावर प्रोजेक्ट घाटे का सौदा, रिन्यूएबल भरोसेमंद विकल्प
भारत के बिजली क्षेत्र में एक बड़ा मोड़ आ गया है।नई रिपोर्ट बताती है कि 2032 के बाद अगर देश ने और कोयला बिजलीघर जोड़े, तो वो “घाटे का सौदा” साबित होंगे। क्योंकि तब तक देश की ऊर्जा ज़रूरतें — अगर मौजूदा योजनाएँ पूरी हुईं, सौर, पवन और बैटरी स्टोरेज से ही पूरी की जा…
कोयले पर लगाम की शुरुआत: भारत, चीन और इंडोनेशिया में 2030 तक एमिशन घटने की उम्मीद
शायद पहली बार, एशिया के तीन सबसे बड़े कोयला बाज़ार, भारत, चीन और इंडोनेशिया, एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं जहाँ कोयले का दौर अपने शिखर पर पहुँचकर घटने की कगार पर है।नई रिपोर्ट के मुताबिक, अगर ये देश अपनी मौजूदा रफ्तार से स्वच्छ ऊर्जा की तरफ़ बढ़ते रहे, तो 2030 तक पावर सेक्टर से…