मीथेन वातावरण में सिर्फ 9 साल तक ही मौजूद रहती है, मगर इसमें ऊष्मा बढ़ाने की ताकत कार्बन डाइऑक्साइड के मुकाबले 28 गुना ज्यादा होती है जलवायु परिवर्तन के सन्दर्भ में आज जारी आईपीसीसी की रिपोर्ट में पहली बार, कम समय तक अस्तित्व में रहने वाली ग्रीन हाउस गैसों की जलवायु संकट को बढ़ावा देने में अहम भूमिका पर…
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जलवायु विज्ञान से जुडी कहानियाँ
यह नीतियां करेंगी पृथ्वी को जलवायु परिवर्तन से मुक़ाबले को तैयार, लायेंगी सभी SDGs में सुधार
ठीक उस वक़्त, जब दुनिया भर के जलवायु नीति निर्माता, वैश्विक जलवायु और पर्यावरण की दशा और दिशा बदलने वाली IPCC वर्किंग ग्रुप की रिपोर्ट का उसके रिलीज़ होने से पहले अवलोकन कर रहे हैं, तब नेचर क्लाइमेट चेंज में प्रकाशित एक नए पेपर में ऐसी नीतियों की पहचान की गई है जो वैश्विक जलवायु में सुधार और सस्टेनेबल डेवलपमेंट, दोनों उद्देश्यों को…
पर्यावरण संरक्षण की चिंताओं के बीच बढ़ रहा है इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति रुझान
ताज़ा सर्वे के मुताबिक पर्यावरण संरक्षण के प्रति जिम्मेदारी और आधुनिक टेक्नोलॉजी को लेकर उत्साह इलेक्ट्रिक वाहनों के बारे में सोचने के दो प्रमुख कारण हैं भारत समेत पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है मगर विशेषज्ञों का मानना है कि इस सकारात्मक पहलू के बीच कई बुनियादी और व्यावहारिक समस्याएं…
हर डिग्री सेल्सियस वार्मिंग में बढ़त के साथ मानसून वर्षा में लगभग 5% वृद्धि की संभावना
अब समय है स्वीकारने का कि जलवायु परिवर्तन हमारी रोज़मर्रा की जिंदगी पर दिखा रहा है असर, ग्लोबल वार्मिंग भारत में मानसून की बारिश को उम्मीद से कहीं ज्यादा बढ़ा रहा है भारत के पश्चिमी तटीय राज्यों महाराष्ट्र और गोवा के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के हिमालयी क्षेत्र में चरम मौसम की घटनाओं का एक…
जलवायु परिवर्तन की इस रिपोर्ट पर होगी दुनिया भर की नज़र
इस साल की इकलौती इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (IPCC) की रिपोर्ट को मंजूरी देने के लिए, सोमवार, जुलाई 26 से अगस्त 6 तक, के बीच IPCC द्वारा एक वरचुअल मीटिंग का आयोजन किया जा रहा है।इस बैठक में वर्किंग ग्रुप 1 (WG1) के फिज़िकल साइंस आधारित योगदान की समीक्षा कर अनुमोदित किया जाएगा।आगामी नवंबर…
ग्रेट बैरियर रीफ़ ‘खतरे में’, जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग बढ़ा रहे परेशानी
बात दुनिया भर में प्रति व्यक्ति ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन की हो तो इस उत्सर्जन के उच्चतम स्तरों वाले देशों में ऑस्ट्रेलिया एक प्रमुख नाम है। उत्सर्जन के इस स्तर का सीधा असर ऑस्ट्रेलिया की विश्वप्रसिद्ध धरोहर ग्रेट बैरियर रीफ़ पर भी पड़ रहा है। हालात कितने खराब हैं, इसका अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता…
श्रम उत्पादकता को 21% घटा रहा है बढ़ता वेट बल्ब तापमान
भारत के ज्यादातर इलाके भीषण तपिश से बेहाल हैं और खुले आसमान में काम करने वाले श्रमिकों का सबसे बुरा हाल है। पारा 40 डिग्रीज़ सेल्सियस के आस पास पहुँच जाये तो घबराहट होने लगती है। लेकिन क्या आपको पता है कि 32 डिग्रीज़ सेल्सियस ही जानलेवा हो सकता है? इस बातको समझने के लिए आपका…
जलवायु मुक़दमों में एट्रीब्युशन साइंस कस सकती ही तेल, गैस, कोयला कम्पनियों पर शिकंजा
नेचर क्लाइमेट चेंज जर्नल में प्रकाशित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के इस शोध की मानें तो दुनिया की प्रमुख तेल, कोयला और गैस कंपनियों को उनके कार्बन उत्सर्जन के कारण होने वाले जलवायु परिवर्तन के नुकसान के लिए कानूनी रूप से अब जिम्मेदार ठहराया जाना आसान हो सकता है। और यह आसानी दे सकती है पीयर-रिव्यूड एट्रिब्यूशन साइंस…
जलवायु परिवर्तन के कारण बदल रहा है भारत के मानसून का मिजाज़
फ़िलहाल भारत में मानसून आ चुका है, लेकिन मिजाज़ बदले बदले से हैं इस मौसम की घटना के। वैसे भी भारतीय मानसून एक जटिल परिघटना है और विशेषज्ञों की मानें तो जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग ने मानसून के बनने की परिस्थिति पर और तनाव डाल दिया है। आंकड़े बताते हैं कि बारिश का रिकॉर्ड हर…
स्वास्थ्य क्षेत्र पर पड़ेगी जलवायु परिवर्तन की सबसे बड़ी मार, रहना होगा तैयार: विशेषज्ञ
जलवायु परिवर्तन और सेहत पर पड़ने वाले उसके प्रभावों के विषय पर विभिन्न विचार-विमर्शों के लिये स्वास्थ्यकर्मियों को तैयार करने के उद्देश्य से बनाया गया अपनी तरह का पहला दस्तावेज हेल्दी एनर्जी इनीशिएटिव इंडिया ने स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े अन्य संगठनों के सहयोग से अपनी तरह का पहला मार्गदर्शक दस्तावेज जारी किया है। ‘नो वैक्सीन फॉर क्लाइमेट…