Skip to content
Menu
Climate कहानी
  • आइए, आपका स्वागत है!
  • बुनियादी बातें
  • चलिए पढ़ा जाये
  • आपकी कहानी
  • सम्पर्क
  • शब्दकोश
Climate कहानी

Category: रिन्युब्ल

केंद्रीय बजट 2024-25: जलवायु कार्रवाई के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता साफ़

Posted on February 1, 2024

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज अंतरिम बजट पेश किया, जिसमें ऐसे व्यापक उपायों का उल्लेख किया गया जो ग्रीन एनेर्जी, पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु कार्रवाई के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। बजट ऊर्जा क्षेत्र पर रणनीतिक ध्यान केंद्रित करता है, जो एक अधिक टिकाऊ और पर्यावरण के प्रति जागरूक भविष्य की…

Continue Reading

आदिवासी क्षेत्रों के लिए 5.15 अरब रुपये का सौर ऊर्जा कार्यक्रम हुआ स्वीकृत

Posted on January 6, 2024

एक ऐतिहासिक घटनाक्रम में भारत सरकार ने आदिवासी समुदायों के जीवन में उजाला करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) ने प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम जनजन्म) के तहत विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) के आवासों और गांवों के लिए 5.15 अरब रुपये के सौर ऊर्जा…

Continue Reading
Just Transition Difficult

घटने वाली है वैश्विक कोयला मांग : IEA

Posted on December 15, 2023

एक हालिया रिपोर्ट में, अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) ने 2026 तक वैश्विक कोयले की मांग में गिरावट की भविष्यवाणी की है। यह पहली बार है कि IEA ने अपनी पूर्वानुमान अवधि के दौरान वैश्विक कोयले की खपत में गिरावट का अनुमान लगाया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वर्ष में सर्वकालिक उच्चतम…

Continue Reading

ग्रीन हाइड्रोजन जलवायु ही नहीं, जल संकट के लिहाज़ से भी सबसे बेहतर विकल्प  

Posted on December 11, 2023

हाइड्रोजन ब्रह्मांड में मिलने वाला सबसे सरल तत्व और सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला पदार्थ है। जब हाइड्रोजन जलती है, तो यह ऊष्मा के रूप में ऊर्जा उत्पन्न करती है। इस प्रक्रिया में उप-उत्पाद के रूप में पानी बनता है। इसका मतलब साफ है कि हाइड्रोजन से बनी ऊर्जा वायुमंडल को गर्म करने वाली…

Continue Reading

कोयला ऊर्जा की फंडिंग से बच रहे हैं ऋणदाता, मिल रहा है रिन्यूबल को फ़ायदा  

Posted on December 8, 2023

फोस्सिल फ्यूल को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने के संबंध में दुबई में COP28 में चल रही चर्चाओं के बीच, सेंटर फॉर फाइनेंशियल अकाउंटेबिलिटी (सीएफए) और क्लाइमेट ट्रेंड्स द्वारा किए गए एक हालिया विश्लेषण से प्रोजेक्ट फायनेंसिंग के लिए उधार देने में एक ख़ास बात का पता चला है। दरअसल भारत में कोयला बिजली संयंत्र साल 2022 में, लगातार दूसरे साल,  प्रोजेक्ट…

Continue Reading

जलवायु एवं पर्यावरण कार्यकर्ताओं के खिलाफ बढ़ रही है ऑनलाइन और ऑफलाइन नफ़रत

Posted on December 7, 2023

जहां एक ओर जलवायु से जुड़ी चिंताएँ बढ़ रही हैं और सरकारों की प्राथमिकता में यह विषय शामिल हो रहा है, वहीं एक परेशान वाले घटनाक्रम में पता चल रहा है कि जलवायु संरक्षण के लिए काम कर रहे कार्यकर्ताओं और संगठनों के खिलाफ हिंसा एक आम चलन बनती जा रही है।इस बात का पता…

Continue Reading

दुनिया तबाही और बर्बादी की कगार पर

Posted on December 6, 2023

इन दिनों चल रहे COP28 के मौक़े पर जारी ग्लोबल टिपिंग पॉइंट्स रिपोर्ट – दुनिया की तबाही और बर्बादी की कगार पर पहुँचने की दास्तान बयान करती है।इस रिपोर्ट से पता चलता है कि ग्लोबल वार्मिंग ने इस धरती पर मौजूद सभी समुद्री और ज़मीनी सिस्टम (प्रणालीयों) को नष्ट होने की कगार पर ला खड़ा…

Continue Reading

पर्यावरणीय प्रभाव पर विवाद के बीच COP28 में नए क्लीन हाइड्रोजन मानकों की हुई घोषणा

Posted on December 6, 2023

जलवायु संबंधी चिंताओं को दूर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में, संयुक्त अरब अमीरात और अंतर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन (ISO) ने हाइड्रोजन उत्पादन से ग्रीनहाउस गैस एमिशन को मापने के लिए COP28 में एक पद्धति की शुरुआत की है। लेकिन इसके साथ एक विवाद को भी जन्म मिल गया है। दरअसल कुछ विशेषज्ञों का…

Continue Reading

रिन्यूबल एनेर्जी का रुख करने से, तेल की बढ़ती कीमतों के बावजूद, 3.5 ट्रिलियन डॉलर की हो सकती है बचत

Posted on December 4, 2023

एक प्रमुख वैश्विक अर्थशास्त्र कंसल्टेंसी, कैंब्रिज इकोनोमेट्रिक्स की एक हालिया रिपोर्ट, तेल और गैस की कीमतों में वृद्धि की स्थिति में, रिन्यूबल एनेर्जी का रुख करने में तेजी लाने के महत्वपूर्ण वित्तीय लाभों को रेखांकित करती है। इस अध्ययन में न ऊर्जा मूल्य महंगाई के झटकों के आर्थिक असर पर विचार किया गया है बल्कि…

Continue Reading

नेट ज़ीरो के लिए कार्बन कैप्चर और स्टोरेज पर ज़रूरत से ज़्यादा निर्भरता पड़ेगी महंगी

Posted on December 4, 2023

ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के स्मिथ स्कूल ऑफ एंटरप्राइज एंड द एनवायरनमेंट की एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि 2050 के आसपास नेट ज़ीरो एमिशन हासिल करने के लिए कार्बन कैप्चर एंड स्टोरेज (सीसीएस) पर बहुत अधिक निर्भर रहने की महत्वपूर्ण आर्थिक लागत हो सकती है। अध्ययन से पता चलता है कि नेट ज़ीरो के…

Continue Reading
  • Previous
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • …
  • 12
  • Next

क्लाइमेट की कहानी, मेरी ज़बानी

©2025 Climate कहानी | WordPress Theme: EcoCoded