एक बेहद सकारात्मक घटनाक्रम में, संयुक्त राष्ट्र की 28वीं जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (सीओपी28) के इस सप्ताह दुबई में शुरू होने से ठीक पहले, ग्लोबल एनर्जी मॉनिटर (जीईएम) के ताजा तिमाही आंकड़ों से पता चलता है कि चीन को छोड़कर, वैश्विक स्तर पर नए कोयला बिजली निर्माण में महत्वपूर्ण गिरावट आई है। ग्लोबल कोल प्लांट ट्रैकर की नवीनतम जानकारी के अनुसार अक्टूबर 2023 तक, इस…
Category: रिन्युब्ल

वैश्विक रिन्यूबल एनेर्जी दौड़ में एशिया अव्वल
एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, दुनिया भर में रिन्यूबल एनेर्जी को प्राथमिकता देने के मामले में एशिया सबसे तेज़ खिलाड़ी के तौर पर उभर रहा है। एशिया में इस क्षेत्र में निवेश में सालाना 23% की प्रभावशाली वृद्धि हो रही है, जो कि ज़ीरो कार्बन एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार $ 345 बिलियन की एक आश्चर्यजनक…

गर्मी से होने वाली मौतों में भीषण इज़ाफ़े की संभावना: द लैंसेट काउंटडाउन
विश्व विख्यात मेडिकल जर्नल द लैंसेट की एक नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि इस सदी के मध्य तक वैश्विक स्तर पर गर्मी से संबंधित मौतों में 4.7 गुना इज़ाफ़ा होने की संभावना है। द लैंसेट काउंटडाउन ऑन हेल्थ एंड क्लाइमेट चेंज की 8वीं वार्षिक रिपोर्ट में, सीधे तौर पर कहा गया है…

अंतर्राष्ट्रीय सोलर गठबंधन सोलर परियोजनाओं की वायबिलिटी गैप फंडिंग में करेगा इज़ाफ़ा
विकासशील देशों में सोलर एनर्जी को अपनाने में तेजी लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, अंतर्राष्ट्रीय सोलर गठबंधन (आईएसए) ने सोलर परियोजनाओं के लिए व्यवहार्यता या वायबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीएफ़) में पर्याप्त वृद्धि की घोषणा की है. आईएसए, जिसमें 120 से अधिक सदस्य देश शामिल हैं, निवेश के अवसरों को बढ़ाने और…

COP 28 से पहले 46 मिलियन हेल्थ प्रोफेशनल्स ने फ़ोसिल फ्यूल के खिलाफ़ उठाई आवाज़
एक अभूतपूर्व घटनाक्रम में, दुनिया भर के 46.3 मिलियन से अधिक डॉक्टरों और हेल्थ प्रोफेशनल्स ने COP28 के मनोनीत अध्यक्ष सुल्तान अहमद अल-जबर को एक खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में एक “न्यायसंगत, बराबरदारी वाले और सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करने वाले” भविष्य के लिए फ़ोसिल फ्यूल को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने…

बिना सख़्त नियमों के ग्रीन हाइड्रोजन का विकास बढ़ा सकता है कार्बन उत्सर्जन
ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को रफ्तार देते हुए हाल ही में भारत सरकार ने 400 करोड़ रुपये की लागत वाला एक आर एण्ड डी (अनुसंधान एवं विकास) रोडमैप पेश किया है। साथ ही, भारत ने साल 2030 तक सालाना पांच मिलियन मैट्रिक टन (एमएमटी) ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन का लक्ष्य भी रखा है। लेकिन इस बीच…

साल 2030 तक सड़कों पर होंगी दस गुना इलैक्ट्रिक कारें: वर्ल्ड एनेर्जी आउटलूक 2023
ऊर्जा जगत में साल 2030 तक बहुत कुछ बदलने वाला है। और यह बदलाव होगा मौजूदा नीतियों के चलते। वर्ल्ड एनर्जी आउटलुक की ताज़ा रिपोर्ट की मानें तो आने वाले कुछ सालों में सड़कों पर लगभग 10 गुना अधिक इलेक्ट्रिक कारें होंगी, और रिन्यूबल एनेर्जी सोरसेज़ दुनिया के ऊर्जा स्रोतों का लगभग आधा हिस्सा बनाएंगे।…

साल 2032 तक भारत की कुल बिजली उत्पादन वृद्धि में रिन्यूबल की होगी दो तिहाई हिस्सेदारी
एक ताजा अध्ययन के मुताबिक भारत अगर अपने रिन्यूबल एनेर्जी सम्बन्धी राष्ट्रीय लक्ष्यों को अगले 10 सालों में हासिल करता है तो बिजली उत्पादन में होने वाले कुल विकास का दो-तिहाई हिस्सा सौर और पवन ऊर्जा से आयेगा। थिंक टैंक एम्बर की इस रिपोर्ट के अनुसार अगर भारत 14वीं राष्ट्रीय बिजली योजना (एनईपी14) में निर्धारित अपने सौर ऊर्जा सम्बन्धी लक्ष्यों को…

चीनी सोलर पैनल आयात कम करने के मामले में भारत सबसे आगे
ऊर्जा थिंक टैंक एम्बर के हालिया विश्लेषण में, भारत चीन से सोलर पैनलों के आयात को उल्लेखनीय रूप से कम करने वाला एकमात्र देश बनकर उभरा है. यह घटनाक्रम तब सामने आया है जब भारत अपनी घरेलू सोलर निर्माण क्षमताओं को बढ़ाने पर सक्रिय रूप से ध्यान केंद्रित कर रहा है. इस विश्लेषण के अनुसार,…

ग्रीन इंडस्ट्रियल युग में गेम चेंजर के रूप में उभरे हैं भारत और चीन
जलवायु परिवर्तन से निपटने और नेट ज़ीरो एमिशन हासिल करने के वैश्विक प्रयासों के मद्देनजर, यूरोपीय थिंक टैंक स्ट्रैटेजिक पर्सपेक्टिव्स की एक नई रिपोर्ट ने ज़ीरो-कार्बन प्रौद्योगिकियों के तेजी से विकसित हो रहे परिदृश्य पर प्रकाश डाला है। रिपोर्ट शीर्ष पांच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं – चीन, यूरोपीय संघ, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और भारत – और उभरते हरित औद्योगिक युग…