एक नए विश्लेषण में शहरी वायु प्रदूषण से निपटने के लिए पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) से आगे देखने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है। जबकि बातचीत में अक्सर पीएम स्तर हावी रहते हैं, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (NO2), सल्फर डाइऑक्साइड (SO2), कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) और ओज़ोन जैसे प्रदूषक प्रमुख भारतीय शहरों में वायु गुणवत्ता चुनौतियों में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। …
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वायु प्रदूषण से जुडी कहानियाँ
वाराणसी: 2023 में वायु गुणवत्ता मानकों को पूरा करने वाला इकलौता भारतीय शहर
एक उल्लेखनीय उपलब्धि में, भारत के अपेक्षाकृत अधिक प्रदूषित सिंधु-गंगा के मैदानी क्षेत्र में स्थित होने के बावजूद, मंदिरों की नगरी वाराणसी साल 2022-23 और 2023-24 दोनों के सर्दियों के महीनों के दौरान पीएम 2.5 स्तरों के लिए राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप रही। इस उपलब्धि के साथ वाराणसी प्रमुख भारतीय शहरों के बीच पर्यावरणीय प्रगति का एक चमकदार उदाहरण बनकर खड़ा हो गया है।…
इस साल रिकॉर्ड स्तर पर था फोस्सिल फ्यूल जनित कार्बन एमिशन
फोस्सिल फ्यूल से वैश्विक स्तर पर होने वाले एमिशन में वर्ष 2023 में एक बार फिर उछाल आया है और अब यह रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट की विज्ञान टीम के एक नये शोध में यह बात सामने आयी है।ग्लोबल कार्बन बजट के सालाना अनुमान के मुताबिक वर्ष 2023 में 36.8 बिलियन टन कार्बन डाई ऑक्साइड (सीओ2) के एमिशन का अनुमान…
प्रदूषण और बर्थ डिफ़ेक्ट्स: सिर्फ़ सर्दियों में नहीं, साल भर जनसहभागिता के साथ कार्यवाही ज़रूरी
दीपमाला पाण्डेय आजकल उत्तर भारत में एयर पोल्यूशन, एक्यूआई, स्मोग टावर,पराली, औड ईवन फॉर्मूला आदि काफ़ी चर्चा में है। पिछले कुछ सालों से हर साल सर्दियों में यह सब शब्द चर्चा का केंद्र बनने लगते हैं और एक दो महीने में फिर इनकी चर्चा कम होने लगती है। प्रदूषण को एक सीज़न की तरह या…
अब मासिक धर्म चक्र तक पर असर डाल रहा है वायु प्रदूषण। त्वरित जलवायु कार्यवाही अब नहीं तो कब?
राखी गंगवार सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन अमेरिका में एमोरी यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बचपन में वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने और लड़कियों को पहली बार मासिक धर्म होने की उम्र के बीच एक संबंध पाया है। यह शोध एनवायर्नमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव्स नाम के जर्नल में प्रकाशित हुआ है…
बिना सख़्त नियमों के ग्रीन हाइड्रोजन का विकास बढ़ा सकता है कार्बन उत्सर्जन
ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को रफ्तार देते हुए हाल ही में भारत सरकार ने 400 करोड़ रुपये की लागत वाला एक आर एण्ड डी (अनुसंधान एवं विकास) रोडमैप पेश किया है। साथ ही, भारत ने साल 2030 तक सालाना पांच मिलियन मैट्रिक टन (एमएमटी) ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन का लक्ष्य भी रखा है। लेकिन इस बीच…
वायु गुणवत्ता के मामले में आइज़वाल मालामाल, दिल्ली का वही बुरा हाल
वायु प्रदूषण के मामले में देश के दस सबसे ज़्यादा प्रदूषित शहरों की लिस्ट पर नज़र डालें तो लगता है दिल्ली की सर्दी उतनी घातक नहीं जितना दिल्ली का धुआँ है। दरअसल वायु गुणवत्ता पर जारी एक ताज़ा रिपोर्ट से पता चलता है कि पिछले वर्ष के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में अधिकांश दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र…
वायु प्रदूषण नियंत्रण में उत्तर प्रदेश ने मारी बाज़ी, ग्रामीण क्षेत्रों में समस्या भारी
एक नए विश्लेषण के अनुसार, वायु प्रदूषण के खिलाफ भारत की लड़ाई केवल उसके शहरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों तक भी फैली हुई है। उपग्रह डेटा की जांच पर आधारित यह विश्लेषण बताता है कि देश में शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पार्टीक्यूलेट मैटर (पीएम2.5) प्रदूषण के समान स्तर हैं। अच्छी बात यह है कि पिछले कुछ वर्षों…
वायु प्रदूषण से निपटने में निभा सकता है निर्णायक भूमिका यह लिक्विड ट्री
निशान्त सक्सेना भारत में फिलहाल जहां एक ओर नगरीय विकास की ज़रूरत बाद रही है, वहीं पर्यावरणीय स्थिरता की आवश्यकता भी बड़ी होती जा रही है. जैसे-जैसे शहरों का विकास और विस्तार होता है, भूमि और संसाधनों की मांग में वृद्धि जारी रहती है, जिससे वायु प्रदूषण सहित कई पर्यावरणीय मुद्दे सामने आते हैं. सड़कों…
दलगत राजनीति से ऊपर, इन सांसदों ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए मिला लिया है हाथ
वायु प्रदूषण की समस्या के प्रति अपनी संवेदनशीलता दिखाते हुए और इससे निपटने के लिए अपनी नीतिगत एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए देश के विभिन्न प्रान्तों से आने वाले, अलग अलग राजनीतिक दलों से संबद्ध कुछ सांसदों ने पार्लियामेंटेरियन्स ग्रुप फॉर क्लीन एयर (पीजीसीए) का गठन किया है। इस दल का उद्देश्य है कि यह…