दीपमाला पाण्डेय आजकल उत्तर भारत में एयर पोल्यूशन, एक्यूआई, स्मोग टावर,पराली, औड ईवन फॉर्मूला आदि काफ़ी चर्चा में है। पिछले कुछ सालों से हर साल सर्दियों में यह सब शब्द चर्चा का केंद्र बनने लगते हैं और एक दो महीने में फिर इनकी चर्चा कम होने लगती है। प्रदूषण को एक सीज़न की तरह या…
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वायु प्रदूषण से जुडी कहानियाँ

अब मासिक धर्म चक्र तक पर असर डाल रहा है वायु प्रदूषण। त्वरित जलवायु कार्यवाही अब नहीं तो कब?
राखी गंगवार सुनने में अजीब लग सकता है लेकिन अमेरिका में एमोरी यूनिवर्सिटी और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बचपन में वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने और लड़कियों को पहली बार मासिक धर्म होने की उम्र के बीच एक संबंध पाया है। यह शोध एनवायर्नमेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव्स नाम के जर्नल में प्रकाशित हुआ है…

बिना सख़्त नियमों के ग्रीन हाइड्रोजन का विकास बढ़ा सकता है कार्बन उत्सर्जन
ग्रीन हाइड्रोजन मिशन को रफ्तार देते हुए हाल ही में भारत सरकार ने 400 करोड़ रुपये की लागत वाला एक आर एण्ड डी (अनुसंधान एवं विकास) रोडमैप पेश किया है। साथ ही, भारत ने साल 2030 तक सालाना पांच मिलियन मैट्रिक टन (एमएमटी) ग्रीन हाइड्रोजन के उत्पादन का लक्ष्य भी रखा है। लेकिन इस बीच…

वायु गुणवत्ता के मामले में आइज़वाल मालामाल, दिल्ली का वही बुरा हाल
वायु प्रदूषण के मामले में देश के दस सबसे ज़्यादा प्रदूषित शहरों की लिस्ट पर नज़र डालें तो लगता है दिल्ली की सर्दी उतनी घातक नहीं जितना दिल्ली का धुआँ है। दरअसल वायु गुणवत्ता पर जारी एक ताज़ा रिपोर्ट से पता चलता है कि पिछले वर्ष के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की लिस्ट में अधिकांश दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र…

वायु प्रदूषण नियंत्रण में उत्तर प्रदेश ने मारी बाज़ी, ग्रामीण क्षेत्रों में समस्या भारी
एक नए विश्लेषण के अनुसार, वायु प्रदूषण के खिलाफ भारत की लड़ाई केवल उसके शहरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों तक भी फैली हुई है। उपग्रह डेटा की जांच पर आधारित यह विश्लेषण बताता है कि देश में शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में पार्टीक्यूलेट मैटर (पीएम2.5) प्रदूषण के समान स्तर हैं। अच्छी बात यह है कि पिछले कुछ वर्षों…

वायु प्रदूषण से निपटने में निभा सकता है निर्णायक भूमिका यह लिक्विड ट्री
निशान्त सक्सेना भारत में फिलहाल जहां एक ओर नगरीय विकास की ज़रूरत बाद रही है, वहीं पर्यावरणीय स्थिरता की आवश्यकता भी बड़ी होती जा रही है. जैसे-जैसे शहरों का विकास और विस्तार होता है, भूमि और संसाधनों की मांग में वृद्धि जारी रहती है, जिससे वायु प्रदूषण सहित कई पर्यावरणीय मुद्दे सामने आते हैं. सड़कों…

दलगत राजनीति से ऊपर, इन सांसदों ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए मिला लिया है हाथ
वायु प्रदूषण की समस्या के प्रति अपनी संवेदनशीलता दिखाते हुए और इससे निपटने के लिए अपनी नीतिगत एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए देश के विभिन्न प्रान्तों से आने वाले, अलग अलग राजनीतिक दलों से संबद्ध कुछ सांसदों ने पार्लियामेंटेरियन्स ग्रुप फॉर क्लीन एयर (पीजीसीए) का गठन किया है। इस दल का उद्देश्य है कि यह…

इस साइकलिंग स्कूल में मिलता है महिलाओं स्वास्थ्य और स्वावलंबन
महिलाओं के लिए साइकिल चलाना सीखना महज़ एक शौक नहीं। बल्कि यह एक ऐसा जीवन कौशल है जो महिलाओं की स्वतंत्रता को बढ़ावा दे सकता है। भारत में महिलाओं के लिए, साइकिल चलाना न सिर्फ परिवहन का एक सस्ता और विश्वसनीय साधन प्रदान करता है बल्कि इससे उनकी गतिशीलता और स्वतंत्रता में वृद्धि भी हो सकती है। साथ ही,साइकलिंग से उनके स्वास्थ्य और फिटनेस में भी सुधार होगा। और इस सब के साथ जो सबसे महत्वपूर्ण बात है वो है उनके आत्मविश्वास में आने वाली बढ़त, जिसकी मदद से महिलाएं को उन अवसरों तक पहुँच मिल सकती है जो उन्हें सशक्त बनने में मदद दें…

कार्बन एमिशन: इन देशों की अगर बड़ी भागीदारी, तो ये दिखा भी रहे उतनी ही ज़िम्मेदारी
इस बात में दो राय नहीं कि वैश्विक ग्रीनहाउस गैस एमिशन में वृद्धि हुई है, लेकिन पिछले दशक के औसत के मुक़ाबले यह बहुत कम मात्रा में हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी का तो मानना है कि रिन्यूबल बिजली उत्पादन और इलेक्ट्रिक वाहनों के तेजी से बढ़ते चलन ने एमिशन की इस वृद्धि के पैमाने…

इस साल रिकॉर्ड ऊंचाई पर रहा CO2 एमिशन
साल 2022 ख़त्म होने को आ गया मगर अब भी वैश्विक स्तर पर कार्बन एमिशन रिकॉर्ड लेवेल पर है। इस बात की जानकारी मिलती है ग्लोबल कार्बन प्रोजेक्ट साइंस टीम से, जिसका कहना है कि वर्ष 2022 में वैश्विक स्तर पर कार्बन का एमिशन रिकॉर्ड ऊंचाई पर बना रहा। इसमें गिरावट के कोई निशान नहीं हैं जबकि वैश्विक तापमान में…