लेकिन लीगल इनिशिएटिव फॉर फॉरेस्ट एंड एनवायरनमेंट (LIFE) की ताज़ा विश्लेषण रिपोर्ट के मुताबिक़ साल 2019 में एनसीएपी (NCAP) के तहत आगरा और वाराणसी में हुए वृक्षारोपण के विश्लेषण में पाया कि उत्तर प्रदेश के इन दोनों शहरों में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत किए गए पौधा रोपण, सही तरीके से न किये जाने के कारण अप्रभावी हैं।
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प्रदूषण से जुड़ी ख़बरें
शायद आपकी बिजली की ज़रूरत ले रही है इनकी जान
इस वक़्त अगर आप इस ख़बर को पढ़ रहे हैं तो मतलब आपके पास बिजली की सप्लाई है। और इस बात की भी पूरी उम्मीद है कि जिस बिजली से आपने अपने फोन को चार्ज किया या कम्प्यूटर को सप्लाई दी, वो कोयले के जलने से आयी होगी।ये भी हो सकता है कि इसी बिजली…
क्या कोविड बन गया कोयले का काल?
महामारी की वजह से जहाँ महीने की बिजली मांग में 20 फ़ीसद की कमी आयी, वहीँ बिजली क्षेत्र से कार्बन उत्सर्जन में 50 फ़ीसद तक की कमी दर्ज की गयी। निशान्त इस बात में दो राय नहीं कि कोरोना वायरस महामारी ने वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में गिरावट दर्ज की है। इस बात का इशारा पिछले…
क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत पौधारोपण ख़राब प्लैनिंग का शिकार, ज़्यादातर बेकार
हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि भारतीय शहरों में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत किए गए पौधारोपण, योजनाबद्ध तरीके से न किये जाने के कारण अप्रभावी हैं। ज्यादातर मामलों में, या तो वृक्षारोपण अभियान ने प्रमुख प्रदूषण वाले हॉटस्पॉट को अपवर्जित रखा या ऐसी प्रजातियों का इस्तेमाल किया…
लगातार दूसरे साल देश में कोयला बिजली उत्पादन हुआ कम
भारत में कोयला आधारित बिजली उत्पादन में लगातार दूसरे साल गिरावट दर्ज की गयी है। साल 2018 से शुरू इस गिरावट की बड़ी वजह रही है सौर ऊर्जा का बढ़ता उत्पादन और परम्परागत बिजली की घटती मांग। ताज़ा आंकड़ा है साल 2020 का जब कोयला बिजली उत्पादन में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।…