दुनिया में ऐसी कोई भी धार्मिक परंपरा नहीं जो प्रकृति के विनाश का प्रतिबंध न लगाती हो। लेकिन इस प्रतिबन्ध के बावजूद, दुनिया भर की सरकारें और वित्तीय संस्थान प्रक्रति का दोहन कर रही हैं और उस पर लगाम लगाने की जगह ढील देती नज़र आती हैं। ये कहना है कैथोलिक धर्म प्रचारक नेता थेया…
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ग्रीन रिकवरी के नाम पर किये वादे का सिर्फ़ 18 फ़ीसद हुआ खर्च: संयुक्त राष्ट्र
कोविड महामारी की शुरुआत हुए एक वर्ष से अधिक हो चुका है और आज अगर तमाम देशों की ग्रीन रिकवरी की प्रतिबद्धताओं के सापेक्ष उनके द्वारा किये गये खर्च का आंकलन करें तो हम पाते हैं कि वो खर्च किये वादों से काफ़ी कम है।संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) और ऑक्सफोर्ड युनिवेर्सिटी की आर्थिक सुधार…
चीन की ताज़ा पंचवर्षीय योजना में जलवायु के लिए अनिश्चिता के संकेत
इस साल, चीन में 14-वीं पंचवर्षीय योजना की शुरुआत होगी। लेकिन जलवायु परिवर्तन की चुनौती से लड़ने की नज़र से अगर इस योजना के बारे में मिल रही जानकारी को देखा जाए तो कहना गलत नहीं होगा कि ख़ास उम्मीद नहीं लगायी जा सकती इस योजना से। साल 1953 से, चीन सरकार अपने देश में…
के-पॉप का हाथ, अब जलवायु परिवर्तन मुद्दे के साथ!
दुनिया भर के युवाओं में कोरियन पॉप, या के-पॉप, संगीत ने धूम मचाई हुई है। लेकिन इस संगीत के प्रशंसक सिर्फ संगीत के उन्माद में ही चूर नहीं रहते, बल्कि अपनी सामाजिक भूमिका को भी बड़ी संजीदगी से लेते हैं। जहाँ एक ओर के-पॉप ने हाल के वर्षों में सांस्कृतिक फलक पर खासा दबदबा बना…
कोयले से स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ने के लिए दुनिया के बड़े नाम हुए एकजुट
नवंबर में होने वाले संयुक्त राष्ट्र के जलवायु शिखर सम्मेलन COP26 में कोयले से स्वच्छ ऊर्जा की ओर स्थानांतरित करने की गति को तेज़ करने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए पवारिंग पास्ट कोल अलायंस (Powering Past Coal Alliance|PPCA) के पहले ग्लोबल समिट के लिए दुनिया भर के प्रमुख नाम इस हफ़्ते एकजुट हुए।…
इस किंग का 3 BHK का साम्राज्य है!
निशान्त बाज़ार और बाज़ारवाद!अमूमन लोग इन दोनों शब्दों को एक सा मान लेते हैं और इनके बीच के फ़र्क़ को मामूली मानते हैं। ठीक वैसे ही, जैसे हिन्दू होना और हिंदुत्व की बात करना, एक माना जाता है। बाहरहाल, हिन्दू और हिंदुत्व के फ़र्क़ पर चर्चा फिर कभी।अब वापस आते हैं बाज़ार और बाज़ारवाद के…
चमोली आपदा का ये वैज्ञानिक आंकलन बढ़ाता है हमारी पर्वतीय आपदाओं की समझ
एक उल्लेखनीय साझे प्रयास में, पर्वतों पर ग्लेशियर और पेराफ्रॉस्ट से जुड़े खतरों को समझने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय वैज्ञानिकों के समूह ने उत्तराखंड में बीती 7 फरवरी को आयी आपदा के कारणों का आंकलन किया है। उनके इस आंकलन में तमाम महत्वपूर्ण बातें सामने आयीं हैं जो कि हमारी पर्वतीय आपदाओं के बारे…
जलवायु आपातकाल रोकने के लिए CO2 उत्सर्जन कटौती दर में दस गुना वृद्धि ज़रूरी
भले ही तमाम देश कार्बन उत्सर्जन में कटौती का दम भर रहे हैं , लेकिन असलियत ये है कि उनकी इस कटौती की दर में दस गुना बढौतरी की ज़रूरत है। दरअसल एक नए शोध से पता चलता है कि भले ही 2016-2019 के दौरान 64 देशों ने अपने CO2 उत्सर्जन में ख़ासी कटौती की, लेकिन जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पेरिस समझौते…
सड़क पर लगी ये अनोखी दीवार, करेगी वायु प्रदूषण पर वार
निशान्त इम्पीरियल कॉलेज लन्दन के शोध कर्ताओं ने सड़क पर वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने, और सड़क किनारे रहने, चलने वालों के लिए वायु गुणवत्ता सुधारने के लिए बनायी ये अनूठी अवरोधक घुमावदार बैरियर दीवार सड़क पर बैरियर या अवरोधक का ज़िक्र होते ही ख्याल आता है उन स्पीड ब्रेकर्स का जो…
इस टाउन हॉल में मिले एयर पोल्यूशन के सल्यूशन
टाउन हॉल कार्यक्रम के माध्यम से आयोजित क्लाइमेट रेसिलियंट महाराष्ट्र (जलवायु के लिहाज से सतत महाराष्ट्र) का उद्देश्य आम नागरिकों, सरकारी इकाइयों, गैर सरकारी संगठनों और शोधकर्ताओं समेत विभिन्न हितधारकों के बीच एक आंदोलन खड़ा करने का है। इन सभी हितधारकों ने मंगलवार 2 मार्च 2021 को आयोजित इस वर्चुअल कार्यक्रम में पर्यावरण पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालने वाले पहलुओं पर समावेशी और…