ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के स्मिथ स्कूल ऑफ एंटरप्राइज एंड द एनवायरनमेंट की एक हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि 2050 के आसपास नेट ज़ीरो एमिशन हासिल करने के लिए कार्बन कैप्चर एंड स्टोरेज (सीसीएस) पर बहुत अधिक निर्भर रहने की महत्वपूर्ण आर्थिक लागत हो सकती है। अध्ययन से पता चलता है कि नेट ज़ीरो के…
Category: जलवायु विज्ञान
जलवायु विज्ञान से जुडी कहानियाँ
अब अस्पताल भी बंद कराएगा जलवायु परिवर्तन
अस्पतालों पर एक नया खतरा मंडरा रहा है। और यह खतरा लाई है बदलती जलवायु। जी हाँ, सही पढ़ा। चरम मौसम की घटनाएँ अस्पतालों को बंद तक करा सकती हैं। दरअसल क्रॉस डिपेंडेंसी एनालिसिस (एक्सडीआई) द्वारा आज जारी एक नई रिपोर्ट के अनुसार, यदि दुनिया के तमाम देश फोस्सिल फ्यूल एमिशन पर अंकुश लगाने में विफल रहते हैं, तो दुनिया भर…
मानसून 2023 – देश के 73% हिस्से में बारिश सामान्य लेकिन जिलेवार आंकड़े असामान्य
दक्षिण-पश्चिम मानसून 2023 के एक जिला स्तर पर किए गए एक व्यापक विश्लेषण में भारत के वार्षिक मानसून मौसम पैटर्न में देश भर में वर्षा पैटर्न में चरम विषमता सामने आयी है। दरअसल क्लाइमेट ट्रेंड्स और कार्बन कॉपी द्वारा किए गए इस विश्लेषण में कहा गया गौ कि जहां एक ओर दावा किया गया है…
सावधान! रिवर इंटरलिंकिंग परियोजनाओं से बदल सकता है मॉनसून का पैटर्न
हाल ही में नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित एक शोध लेख ने भारत में प्रस्तावित रिवर इंटरलिंकिंग परियोजनाओं के मानसून पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। शोधकर्ताओं ने जलवायु मॉडलिंग का प्रयोग करते हुए पाया कि गंगा, ब्रह्मपुत्र, महानदी और गोदावरी जैसी प्रमुख नदियों के जल के अंतर्बेसिन हस्तांतरण या…
आक्रामक विदेशी प्रजातियों की घुसपैठ से दनिया भर में जैव विविधता को हो रहा ख़तरा: IPBES
जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं पर आधारित अंतर सरकारी मंच यानी इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन बायोडायवर्सिटी एंड इकोसिस्टम सर्विसेज (आईपीबीईएस) ने आज एक नई रिपोर्ट- ‘द असेसमेंट रिपोर्ट आन इनवेसिव एलियन स्पेशीज एंड देयर कंट्रोल’ जारी की है। इस रिपोर्ट में घुसपैठ करने वाली आक्रामक विदेशी प्रजातियों को दुनिया भर में जैव विविधता को हो…
मॉनसून और अल-नीनो के रिश्तों में कहीं बढ़ी गर्मी तो कहीं पड़ी ठंड
मानसून बारिश और अल-नीनो नाम की समुद्री तरंग में वैसे तो गहरा नाता रहा है हमेशा, मगर भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पिछली सदी के दौरान इन दोनों के रिश्तों के रंग बादल चुके हैं। इन बात का पता चलता है पुणे स्थित भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के वैज्ञानिक रोक्सी मैथ्यू कोल की अगुवाई में हुए…
जुलाई में दुनिया की 81 फीसद आबादी ने जलवायु परिवर्तन के कारण झेली भीषण गर्मी
एक के बाद एक वैज्ञानिक सबूत हमारे सामने आते जा रहे हैं जो साफ कर रहे हैं कि बीती जुलाई मानव इतिहास, या उससे पहले के कालखंड की भी सबसे अधिक गरम जुलाई थी। इस बार क्लाइमेट सेंट्रल द्वारा जारी एक अभूतपूर्व रिपोर्ट में, यह पुष्टि की गई है कि जुलाई 2023 ने पृथ्वी के अब तक के सबसे गर्म महीने का खिताब…
बीते सवा लाख सालों में इस साल की जुलाई रहेगी सबसे अधिक गर्म
जर्मनी की लाइपजिग यूनीवर्सिटी में हुए ताज़ा शोध की मानें तो इस साल, बीते लगभग सवा लाख साल बाद जुलाई का महीना सबसे गर्म रहेगा।अब तक साल 2019 की जुलाई सबसे गर्म जुलाई का महीना थी। मगर इस साल, जुलाई का औसत तापमान 2019 के मुक़ाबले 0.2°C बढ़ा गया है और वैज्ञानिकों की मानें तो…
जलवायु परिवर्तन डाल रहा है हीटवेव की आग में घी, रियल टाइम एट्रिब्यूशन से हुआ खुलासा
एक नए विश्लेषण से मानव-जनित जलवायु परिवर्तन और चरम मौसम की घटनाओं की तीव्रता के बीच एक परेशान करने वाले संबंध का पता चला है। क्लाइमेट सेंट्रल के इस विश्लेषण की मानें तो 14-16 जून, 2023 के बीच पूरे उत्तर प्रदेश में चलने वाली तीन दिन रही मारक हीटवेव की संभावना जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के कारण कम…
अंतर्राष्ट्रीय डेल्टा शिखर सम्मेलन में डेल्टाई पारिस्थितिक तंत्र की रक्षा करने की तात्कालिकता पर डाला गया प्रकाश
जब एक नदी किसी बड़े जल निकाय, जैसे समुद्र, में मिलती है, तो उस जगह पर नदी द्वारा लायी गयी मिट्टी से एक त्रिकोणीय आकार का भूभाग बनता। डेल्टा इसी भू-आकृति को कहते हैं। यह प्रकृति और मानव समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि डेल्टा जैव विविधता के हॉटस्पॉट होते हैं…