Skip to content
Menu
Climate कहानी
  • आइए, आपका स्वागत है!
  • बुनियादी बातें
  • चलिए पढ़ा जाये
  • आपकी कहानी
  • सम्पर्क
  • शब्दकोश
Climate कहानी

Category: जीवाश्म ईंधन

वार्मिंग को 2.5-2.9°C तक रोकने के लिए मौजूदा से अधिक प्रयास ज़रूरी

Posted on November 20, 2023

एक कड़ी चेतावनी देते हुए, संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) की नवीनतम एमिशन गैप रिपोर्ट दुनिया के तमाम देशों के लिए वर्तमान पेरिस समझौते के वादों से परे अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को बढ़ाने की अनिवार्यता को साफ़ करती है। ऐसा करने में विफल रहने पर सदी के अंत तक वैश्विक तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 2.5-2.9…

Continue Reading

प्रदूषण और बर्थ डिफ़ेक्ट्स: सिर्फ़ सर्दियों में नहीं, साल भर जनसहभागिता के साथ कार्यवाही ज़रूरी

Posted on November 18, 2023

दीपमाला पाण्डेय आजकल उत्तर भारत में एयर पोल्यूशन, एक्यूआई, स्मोग टावर,पराली, औड ईवन फॉर्मूला आदि काफ़ी चर्चा में है। पिछले कुछ सालों से हर साल सर्दियों में यह सब शब्द चर्चा का केंद्र बनने लगते हैं और एक दो महीने में फिर इनकी चर्चा कम होने लगती है। प्रदूषण को एक सीज़न की तरह या…

Continue Reading
Heatwaves

गर्मी से होने वाली मौतों में भीषण इज़ाफ़े की संभावना: द लैंसेट काउंटडाउन  

Posted on November 15, 2023

विश्व विख्यात मेडिकल जर्नल द लैंसेट की एक नई रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि इस सदी के मध्य तक वैश्विक स्तर पर गर्मी से संबंधित मौतों में 4.7 गुना इज़ाफ़ा होने की संभावना है। द लैंसेट काउंटडाउन ऑन हेल्थ एंड क्लाइमेट चेंज की 8वीं वार्षिक रिपोर्ट में, सीधे तौर पर कहा गया है…

Continue Reading
Just Transition Difficult

ग्लोबल वार्मिंग की 1.5°C की सीमा ख़तरे में, सरकारों का फ़ोस्सिल फ्यूल उत्पादन दोगुना करने का इरादा 

Posted on November 8, 2023

संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रकाशित एक प्रमुख नई रिपोर्ट में पाया गया है कि दुनिया के विभिन्न देशों की सरकारें 2030 में ग्लोबल वार्मिंग में वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिये निर्धारित अधिकतम सीमा से लगभग 110% अधिक जीवाश्म ईंधन का उत्पादन करने की योजना बना रही हैं। दो डिग्री सेल्सियस के लिहाज से देखे तो वे 69% अधिक जीवाश्म…

Continue Reading

COP 28 से पहले 46 मिलियन हेल्थ प्रोफेशनल्स ने फ़ोसिल फ्यूल के खिलाफ़ उठाई आवाज़

Posted on November 1, 2023

एक अभूतपूर्व घटनाक्रम में, दुनिया भर के 46.3 मिलियन से अधिक डॉक्टरों और हेल्थ प्रोफेशनल्स ने COP28 के मनोनीत अध्यक्ष सुल्तान अहमद अल-जबर को एक खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में एक “न्यायसंगत, बराबरदारी वाले और सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करने वाले” भविष्य के लिए फ़ोसिल फ्यूल को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने…

Continue Reading

कोयले से अगर दुनिया बना रही दूरी तो रोज़ 100 खदानकर्मियों की बढ़ भी रही मजबूरी  

Posted on October 10, 2023

कोयले से दूरी यूं तो ज़रूरी है, लेकिन उससे नजदीकी बहुतों की मजबूरी भी है। मसलन उन मजदूरों की को कोयला खदानों में काम करते हैं। लेकिन कोयला खदानें बंद होने की योजनाओं और बाजार में सस्ती सौर तथा पवन ऊर्जा को हाथोंहाथ लिए जाने की वजह से कोयला खदानकर्मियों को निकट भविष्य में अपने रोजगार…

Continue Reading

ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया प्रति व्यक्ति थर्मल पॉवर प्रदूषण के मामले में टॉप पर

Posted on September 5, 2023

वैश्विक एनर्जी थिंक टैंक एम्बर जी-20 देशों में प्रति व्यक्ति थर्मल पॉवर यानी कोयला जलाकर बनी बिजली से हो रहे उत्सर्जन का जायज़ा लेते हुए अपनी तीसरी वार्षिक रिपोर्ट आज जारी की। इस रिपोर्ट के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण कोरिया प्रति व्यक्ति थर्मल पॉवर यानी कोयला से बनी बिजली से होने वाले प्रदूषण के मामले में टॉप दो प्रदूषकों के रूप में उभर कर सामने आए। इनकी यह जगह 2020 से अपरिवर्तित है।  2015 के बाद से 20 जी-20 अर्थव्यवस्थाओं में से 12 में प्रति व्यक्ति कोयला से बनी बिजली के उत्सर्जन में में…

Continue Reading

फ़ोसिल फ़्यूल सब्सिडी को रिन्यूबल एनेर्जी में निवेशित कर G20 निपट सकता है जलवायु परिवर्तन से 

Posted on August 23, 2023

आज जारी एक रिपोर्ट से पता चलता है कि जी20 देशों की फ़ोसिल फ़्यूल सब्सिडी को रिन्यूबल एनेर्जी स्रोतों में निवेश की ओर पुनर्निर्देशित करने से न केवल जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में मदद मिल सकती है, बल्कि भूख, ऊर्जा पहुंच और पर्यावरण प्रदूषण जैसे वैश्विक मुद्दों का भी समाधान हो सकता है। रिपोर्ट आगामी जी20 नेताओं के…

Continue Reading

घटने की जगह बढ़ गयी है दुनिया की कोयला-आधारित स्‍टील निर्माण क्षमता

Posted on July 20, 2023

ग्‍लोबल एनर्जी मॉनिटर (Global Energy Monitor) की ताजा रिपोर्ट यह कहती है कि दुनिया में स्‍टील उत्‍पादन के लिये ‘ब्‍लास्‍ट फर्नेस- बेसिक ऑक्‍सीजन फर्नेस’ पद्धति का इस्‍तेमाल करने वाली कोयला आधारित उत्‍पादन क्षमता वर्ष 2021 के 350 एमटीपीए के मुकाबले 2022 में बढ़कर 380 एमटीपीए हो गयी है। यह ऐसे वक्‍त हुआ है जब लंबी अवधि के…

Continue Reading

न्‍यायसंगत एनेर्जी ट्रांज़िशन बने जन सरोकार का मुद्दा: विशेषज्ञ 

Posted on June 21, 2023

विशेषज्ञों का मानना है कि वर्ष 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्‍य हासिल करने के लिये भारत को न्‍यायसंगत एनेर्जी ट्रांज़िशन को जन सरोकार का मुद्दा भी बनाना चाहिये। इस ट्रांज़िशन के लिये क्‍लाइमेट फाइनेंसिंग को भी कई गुना बढ़ाना होगा। ग्लोबल फाइनेंस आर्किटेक्चर और ग्रीन क्लाइमेट फंड में निजी वित्त का प्रवाह बनाया जाना चाहिए। …

Continue Reading
  • Previous
  • 1
  • 2
  • 3
  • 4
  • 5
  • 6
  • …
  • 10
  • Next

क्लाइमेट की कहानी, मेरी ज़बानी

©2025 Climate कहानी | WordPress Theme: EcoCoded