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Tag: climate kahani

फॉसिल फ्युएल से जुड़े 25,174 फेसबुक विज्ञापनों पर हुआ $9.6 मिलियन का खर्च, 431 मिलियन बार लोगों ने देखा

Posted on August 5, 2021

आज प्रकाशित एक ताज़ा शोध से पता चलता है कि फेसबुक पर फॉसिल फ्युएल से जुड़े विज्ञापनों को ऐसे दिखाया जाता है जिससे उनके जलवायु समर्थन में होने की छवि बनती है और एक भ्रम की स्थिति सी बन जाती है जिसका फायदा सीधे तौर पर यह फॉसिल फ्युएल कम्पनियां उठाती हैं। इन्फ्लुएंसमैप की “क्लाइमेट…

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साफ़ हवा अब एक लग्ज़री, दक्षिण एशिया में वायु प्रदूषण ने लिया विकराल रूप

Posted on July 30, 2021

दक्षिण एशिया में वायु प्रदूषण का संकट विकासशील देशों के लिए खास तौर से बहुत बड़ी चुनौती बन गया है। बहु क्षेत्रीय प्रदूषणकारी स्रोतों की व्यापक श्रंखला और उससे जुड़े मसलों की व्यापकता को देखते हुए इनके क्षेत्रीय स्तर पर समुचित समाधान निकालने की जरूरत है। मगर यह एक बहुत बड़ा काम है वायु प्रदूषण को नियंत्रित…

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“रिन्यूएबल एनर्जी के लिए G20 का गंभीर होना ज़रूरी”

Posted on July 22, 2021

वैश्विक पवन उद्योग के प्रमुख CEOs (सीईओ) ने एकजुट होकर G20 (जी20) सदस्यों से, राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाओं को बढ़ाकर और जीवाश्म ईंधन की जगह लेना के लिए पवन ऊर्जा उत्पादन में इज़ाफ़ा करने के लिए तत्काल ठोस योजना बनाकर, जलवायु संकट में नेतृत्व दिखाने की माँग की है। COP26 के लिए ग्लोबल विंड एनर्जी कोअलिशन (वैश्विक पवन ऊर्जा गठबंधन) के सदस्यों का…

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नहीं है भारत के पास वायु को साफ करने के लिए कोई ठोस कार्य योजना: विशेषज्ञ

Posted on July 2, 2021

राष्ट्रीय स्तर की वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग और शहर के एक्शन प्लान साबित हुए हैं अप्रभावी, राज्यों के एक्शन प्लान नहीं किये गये हैं तैयार: लाइफ   राष्ट्रीय स्वच्छ वायु योजना (NCAP), जिसे 2019 में 102 प्रदूषित शहरों में वायु में सुधार के लिए शुरू किया गया था, अपने उद्देश्य को पूरा करने में विफल होने की संभावना है, यह कहना है लीगल इनिशिएटिव…

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जलवायु परिवर्तन के कारण बदल रहा है भारत के मानसून का मिजाज़

Posted on June 23, 2021

फ़िलहाल भारत में मानसून आ चुका है, लेकिन मिजाज़ बदले बदले से हैं इस मौसम की घटना के। वैसे भी भारतीय मानसून एक जटिल परिघटना है और विशेषज्ञों की मानें तो जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग ने मानसून के बनने की परिस्थिति पर और तनाव डाल दिया है। आंकड़े बताते हैं कि बारिश का रिकॉर्ड हर…

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जलवायु,कोविड और प्रकृति के पतन के तिहरे संकट को दूर करने की G7 देशों की तैयारी काफ़ी नहीं

Posted on June 17, 2021

तमाम उम्मीदों पर पानी फेरते हुए G7 नेताओं ने जलवायु, कोविड और प्रकृति के पतन के तिहरे संकटों से निपटने का एक ऐतिहासिक अवसर को खो दिया है, यह मानना है प्रमुख विश्लेषकों का कॉर्नवाल शिखर सम्मेलन के समापन के बाद। उनका कहना है कि यदि ये नेतागण अक्टूबर में होने वाली G20 बैठक तक एकजुट नहीं होते हैं, तो COP26 बैठक का…

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स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र पर पड़ेगी जलवायु परिवर्तन की सबसे बड़ी मार, रहना होगा तैयार: विशेषज्ञ

Posted on June 16, 2021

जलवायु परिवर्तन और सेहत पर पड़ने वाले उसके प्रभावों के विषय पर विभिन्‍न विचार-विमर्शों के लिये स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों को तैयार करने के उद्देश्‍य से बनाया गया अपनी तरह का पहला दस्‍तावेज हेल्दी एनर्जी इनीशिएटिव इंडिया ने स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े अन्य संगठनों के सहयोग से अपनी तरह का पहला मार्गदर्शक दस्तावेज जारी किया है। ‘नो वैक्सीन फॉर क्लाइमेट…

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डम्बल इफेक्ट बढ़ाएगा मानसून में मुंबई की परेशानी, जलवायु परिवर्तन का असर भी साफ़

Posted on June 12, 2021

अभी हाल ही में हमने मुंबई में अत्यंत भयंकर चक्रवात तौकते को अपना कहर बरपाते हुए देखा था, और अब, मुंबई में मानसून ने अपने आगमन के पहले ही दिन शहर को अस्त व्यस्त कर के रख दिया है। सांताक्रूज ऑब्जर्वेटरी ने बुधवार सुबह 8:30 बजे से 24 घंटे के अंतराल में 231 मिमी बारिश दर्ज की। हालांकि, मुंबई के लिए यह कुछ…

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बड़े प्रदूषकों की नेट ज़ीरो योजनायें वास्तविकता कम जुमलेबाज़ी ज़्यादा

Posted on June 10, 2021

जैसे-जैसे जलवायु संकट के प्रभाव और अधिक स्पष्ट होते जा रहे हैं, दुनिया भर के लोग, महिलाओं और युवाओं के साथ, इन प्रभावों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।  लेकिन जवाब में, दुनिया के बड़े प्रदूषक और सरकारें अपने द्वारा उत्पन्न पर्यावरण संकट के समाधान के रूप में अपनी “नेट ज़ीरो एमिशन” योजना को दिखा रहे…

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ग़रीब देशों को मिल रही फंडिंग में रिन्युब्ल नहीं, गैस को मिल रही तरजीह

Posted on June 7, 2021

जलवायु प्रतिबद्धताओं के बावजूद, सार्वजनिक संस्थान प्राकृतिक गैस के लिए, पवन या सौर के मुक़ाबले, चार गुना ज़्यादा फंड प्रदान करते हैं बात जब ऊर्जा क्षेत्र के लिए फंडिंग की हो तब तमाम अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थान निम्न और मध्यम आय वाले देशों में पवन या सौर की तुलना में गैस परियोजनाओं के लिए चार गुना…

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क्लाइमेट की कहानी, मेरी ज़बानी

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