कर्नाटक और गुजरात ने एक बार फिर क्लीन एनेर्जी ट्रांज़िशन की दिशा में अपना नेतृत्व प्रदर्शित किया है। इस बात का खुलासा हुआ इंस्टीट्यूट फॉर एनर्जी इकोनॉमिक्स एंड फाइनेंशियल एनालिसिस (IEEFA) और एम्बर की एक संयुक्त रिपोर्ट में। इस दिशा में यह मूल्यांकन का दूसरा साल है जिसमें अब कुल 21 राज्य शामिल हैं, जो…
चलिए पढ़ा जाये
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प्लास्टिक नहीं, धरती बचाओ!
कुछ दिन पहले ही दुबई में एक दिन में इतनी बारिश हो गयी जितनी साल भर में होती है. इसकी वजहें समझने के लिए तमाम कयास लगाए जा रहे हैं. कोई क्लाउड सीडिंग बोल रहा है कोई क्लाइमेट चेंज. क्लाउड सीडिंग अकेले जिम्मेदार नहीं हो सकती इस तीव्रता वाली बारिश के लिए. ऐसा माना जा…
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जलवायु परिवर्तन लाएगा लगभग 20% कमाई में कमी: नेचर
वायुमंडल में पहले से मौजूद ग्रीनहाउस गैसों और सामाजिक-आर्थिक जड़ता के चलते, आने वाले 50 सालों में वैश्विक अर्थव्यवस्था औसतन 19% आय में कमी की ओर अग्रसर है. इस कमी का असर लगभग सभी देशों में देखने को मिलेगा. भारत की बात करें, तो यह आंकड़ा 22% हो जाता है, जो कि वैश्विक औसत से…
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180 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है एशिया में ग्रीन हाइड्रोजन का बाजार: रिपोर्ट
एशिया की चार सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं (चीन, भारत, जापान और दक्षिण कोरिया) में कार्बन एमिशन पर लगाम लगाते हुए नेट जीरो के लक्ष्य हासिल करने के प्रयासों के चलते ग्रीन हाइड्रोजन (H2) बनाने वाली मशीनों (इलेक्ट्रोलाइज़र) की मांग तेजी से बढ़ सकती है. एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट द्वारा गठित हाई-लेवल पॉलिसी कमीशन ऑन गेटिंग एशिया…
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वाराणसी: 2023 में वायु गुणवत्ता मानकों को पूरा करने वाला इकलौता भारतीय शहर
एक उल्लेखनीय उपलब्धि में, भारत के अपेक्षाकृत अधिक प्रदूषित सिंधु-गंगा के मैदानी क्षेत्र में स्थित होने के बावजूद, मंदिरों की नगरी वाराणसी साल 2022-23 और 2023-24 दोनों के सर्दियों के महीनों के दौरान पीएम 2.5 स्तरों के लिए राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप रही। इस उपलब्धि के साथ वाराणसी प्रमुख भारतीय शहरों के बीच पर्यावरणीय प्रगति का एक चमकदार उदाहरण बनकर खड़ा हो गया है।…
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जलवायु कार्यवाही में ग्लोबल साउथ की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण
दुनिया में चल रहे भू-राजनीतिक संघर्षों को देखते हुए जलवायु परिवर्तन पर ध्यान केन्द्रित रखना बेहद महत्वपूर्ण है। इस काम में ग्लोबल साउथ की भूमिका बहुत अहम है। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले साल भारत में जी20 के बाद अगली जी21 की अध्यक्षता भी ग्लोबल साउथ के पास ही है। ऐसे में वह एजेंडा…
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क्या होली आ जाएगी भीषण गर्मी की चपेट में?
एक नए अध्ययन में पाया गया है कि भारत के नौ राज्यों में होली के त्योहार के दौरान तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तक हो जाने की संभावना है होली कुछ ही दिनों दूर है, और क्लाइमेट सेंट्रल द्वारा किए गए एक नए अध्ययन ने चिंताजनक तस्वीर पेश की है। रंगों का यह…
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RE RTC: भारत के ऊर्जा संकट का स्थायी समाधान?
विकसित दुनिया भले ही भारत पर जलवायु कार्यवाही को और प्रभावी बनाने की जुगत लगता रहे, लेकिन भारत सरकार की जलवायु परिवर्तन को लेकर संवेदनशीलता किसी से छिपी नहीं है. आज भारत जलवायु कार्यवाही के मामले में शीर्ष वैश्विक नेतृत्व भी बन के उभर रहा है. ऐसे में सरकार के रिन्यूबल एनेर्जी को तरजीह देने…
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जलवायु परिवर्तन और दिव्यांगता: एक अनदेखा संबंध
दीपमाला पाण्डेय साल 2023 में पृथ्वी की औसत भूमि और महासागर की सतह का तापमान 20वीं सदी से 2.12 डिग्री फ़ारेनहाइट (1.18 डिग्री सेल्सियस) अधिक था। यह आंकड़ा साल 1850 से अब तक रिकॉर्ड किया गया उच्चतम वैश्विक तापमान है। इसने, इससे पहले अब तक के सबसे गर्म वर्ष, 2016 को 0.27 डिग्री फ़ारेनहाइट (0.15…
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क्या असमान वार्मिंग से हो रहा है वसंत का अंत?
क्लाइमेट सेंट्रल के एक नए विश्लेषण से भारत के सर्दियों के तापमान में एक चिंताजनक प्रवृत्ति का पता चलता है। जहां एक ओर पूरे देश में सर्दियाँ तो पहले से गर्म हो रही हैं, वहीं तापमान बढ़ने की दर, क्षेत्र, और महीने की बात करें तो उसमें एक जैसी प्रवृत्ति नहीं। इस असमान वार्मिंग पैटर्न के कारण भारत के कुछ हिस्सों में…